मरीज के आधार नंबर व डाक्टर की पर्ची के बिना नहीं मिलेगा रेमडेसिविर
कोरोना महामारी के बीच रेमडेसिविर को लेकर मारामारी मची है
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
कोरोना महामारी के बीच रेमडेसिविर को लेकर मारामारी मची हुई है। इसकी कालाबाजारी न हो, इसको देखते हुए अब रेमडेसिविर के लिए कोविड सेंटर से डाक्टर की पर्ची जरूरी होगी और मरीज का आधार नंबर व अन्य डिटेल देनी होगी। 50 और रेमडेसिविर इंजेक्शन स्वास्थ्य विभाग को मिले हैं। इन इंजेक्शनों को कोविड सेंटर्स के मेडिकल स्टोरों पर भेजा गया है, लेकिन वहां से भी डाक्टर की अनुमति से ही यह इंजेक्शन मिलेगा। वहीं ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर भी ड्रग आफिसर प्रवीण चौधरी को नोडल अधिकारी बनाया गया है।
दरअसल, अप्रैल माह में कोरोना पीक पर पहुंच गया है। जिले में इस समय 1326 सक्रिय हैं। इनमें से 1116 मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है। अस्पताल में केवल उन्हीं मरीजों को रखा जा रहा है। जिनकी हालत अधिक खराब है। इसलिए ही अब रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग एकाएक बढ़ गई है। लोगों में यह बात फैल रही है कि रेमडेसिविर इंजेक्शन लगने से मरीज ठीक हो सकता है। यही वजह है कि बाजारों से रेमडेसिविर का स्टॉक खत्म हो गया है। सरकार ने इस इंजेक्शन की कालाबाजारी रोकने के लिए मेडिकल स्टोरों पर बिक्री करने पर रोक लगा दी। अब इंजेक्शन की कालाबाजारी को रोकने के लिए भी टीम बनाई गई है। साथ ही कोविड सेंटर के डाक्टर की मर्जी से अब इंजेक्शन दिया जाएगा। हर किसी को जरूरी नहीं रेमडेसिविर :
चिकित्सकों के मुताबिक, रेमडेसिविर इंजेक्शन हर किसी के लिए जरूरी नहीं है। यह एक एंटीवायरल ड्रग है। मरीज को केवल उस स्थिति में लगाया जाता है। जब उसका बुखार नहीं उतर रहा हो और ऑक्सीजन का लेवल 40 फीसद से कम पर पहुंच गया है। यदि मरीज को बुखार नहीं है, तो इस टीके की अनिवार्यता नहीं है। मरीज को केवल ऑक्सीजन पर रखकर व उचित दवाइयां देकर भी ठीक किया जा सकता है। जिले में यहां पर बने हैं कोविड सेंटर :
अस्पताल - बेड - ऑक्सीजन सपोर्ट - वेंटीलेटर
ईएसआइ अस्पताल- 55- 55 - 09
गाबा अस्पताल - 50 - 50 - 06
संतोष अस्पताल - 15 - 15 - 04
हार्ट केयर अस्पताल-22 -22 - 05
आइएमए क्रिश्चियन अस्पताल-18 - 18 - 00
इसके अलावा यह भी व्यवस्था -
समर्पित कोविड अस्पताल - 160 बेड
समर्पित कोविड हेल्थ सेंटर - 312 बेड
समर्पित कोविड सेंटर - 1100 बेड कोट्स :
सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि रेमडेसिविर के 50 इंजेक्शन और मिले हैं, लेकिन डाक्टर की अनुमति से ही यह इंजेक्शन मरीज को लगाए जाएंगे। यह जरूरी नहीं कि हर मरीज को यह इंजेक्शन लगाया जाए। विभाग के पास पर्याप्त संसाधन है। बेड, आक्सीजन व दवाइयों की कोई कमी नहीं है। ईएसआइ अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र छछरौली और सिविल अस्पताल यमुनानगर में आक्सीजन सपोर्ट बेड की व्यवस्था है। निजी अस्पतालों में भी कोविड मरीजों के लिए बेड लगवाए गए हैं। कुछ अन्य सेंटर भी रीओपन किए जा रहे हैं। जहां पर नॉर्मल संक्रमित मरीजों को रखा जाएगा।