नीलामी की गाड़ियों का खंगाला जा रहा रिकॉर्ड, आरोपित अमित को लेकर पहुंची सिरसा पुलिस
जागरण संवाददाता यमुनानगर आरसी फर्जीवाड़े में दो एमआरसी राजेंद्र डांगी व संजीव कुमार
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
आरसी फर्जीवाड़े में दो एमआरसी राजेंद्र डांगी व संजीव कुमार को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों एमआरसी पुलिस रिमांड पर हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही स्थानीय एसआइटी ने नीलामी की गाड़ियों का रिकार्ड जुटाया है। ऐसी करीब 400 गाड़ियां हैं। अब इन सभी गाड़ियों के मालिकों को नोटिस भेजकर वेरिफिकेशन कराई जा रही है। अधिकतर कारों के मालिक वहीं सामने आ रहे हैं, जिन्होंने डीलरों से कार खरीदी हैं। ऐसे में पुलिस की जांच में आंच डीलरों पर भी पहुंच सकती है। वहीं सिरसा से डीएसपी कुलदीप सिंह के नेतृत्व में टीम एक बार फिर आरोपित अमित कुमार को लेकर जगाधरी एसडीएम कार्यालय में पहुंची और रिकार्ड खंगाला।
स्थानीय एसआइटी को एमआरसी राजेंद्र डांगी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को सोनीपत व रोहतक के दो कार डीलरों का पता लगा है। दोनों डीलर आरोपित राजेंद्र व कंप्यूटर आपरेटर अमित से मिलते थे। अब इनकी भी तलाश पुलिस को है। कुछ अन्य डीलरों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है। कारों की आरसी व इंजन नंबर से हो रही मिलान
एसआइटी अब उन गाड़ियों के मालिकों से पूछताछ कर रही है। जिन्होंने फाइनेंस या नीलामी की गाड़ियां खरीदी हैं या फिर उनके पास नीलामी की गाड़ियां है। इन सभी गाड़ियों की आरसी व इंजन नंबर का मिलान किया जा रहा है। जिन गाड़ियों के कागजात जांचे गए। उनमें से अधिकतर फाइनेंस पर हैं और डीलरों के माध्यम से खरीदी गई है। पांच साल के रिकार्ड जुटा रही एसआइटी
एसआइटी ने पांच साल में हुए वाहनों के रजिस्ट्रेशन का भी रिकार्ड जुटाया है। इस दौरान एसडीएम के पद पर जो भी अफसर रहे। उनके कार्यकाल के हिसाब से अलग-अलग लिस्ट बनाई गई है। जिसके आधार पर ही पुलिस की तफ्तीश आगे बढ़ रही है। वहीं एमआरसी राजेंद्र डांगी व संजीव कुमार से भी पूछताछ की जा रही है। अभी तक पूछताछ में यही सामने आया है कि कुछ वाहनों की आरसी में फर्जीवाड़ा हुआ है, तो कुछ में टैक्स की चोरी हुई है। स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम के सदस्य इंस्पेक्टर सुखबीर सिंह ने बताया कि संदिग्ध वाहनों के मालिकों को बुलाकर वेरिफिकेशन की जा रही है। कई घंटे तक खंगाला रिकार्ड
सिरसा पुलिस दूसरी बार यहां पर आरोपित अमित को लेकर पहुंची। एसडीएम रादौर की मौजूदगी में पुलिस ने वाहनों के दस्तावेजों से संबंधित रिकार्ड खंगाला। डीएसपी सिरसा कुलदीप सिंह ने बताया कि आरसी फर्जीवाड़े में गिरफ्तार किए गए कंप्यूटर आपरेटर अमित कुमार को यहां लेकर आए हैं। अभी रिकार्ड की जांच की जा रही है। अभी तक आरोपित अमित से 22 लाख रुपये की रिकवरी की जा चुकी है। दोबारा फिर अमित का रिमांड पर लिया जाएगा। आगे तफ्तीश की जा रही है। यह काफी रिकार्ड है। अभी इसके बारे में अधिक नहीं बताया जा सकता।
यह था मामला :
सिरसा पुलिस ने नीलामी के वाहनों के फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप में रोहतक निवासी सुनील चिटकारा को पकड़ा। उससे पूछताछ के बाद कुछ गाड़ियां भी बरामद की गई। जिनके फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए थे। सुनील से पूछताछ में सामने आया कि यह फर्जीवाड़ा जगाधरी एसडीएम कार्यालय से चल रहा था। एमआरसी राजेंद्र डांगी व कंप्यूटर आपरेटर अमित ही मिलकर यह फर्जीवाड़ा कर रहे थे। सिरसा कोर्ट में आरोपित अमित ने सरेंडर कर दिया। वह रिमांड पर है। यह फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद जगाधरी एसडीएम की शिकायत पर चार कर्मियों अमित कुमार, कुनाल, शुभम व गगनदीप पर केस दर्ज हुआ। बाद में बिलासपुर में भी 29 गाड़ियों की फाइलों में गड़बड़ी मिली। इस मामले में भी शिकायत पर अमित कुमार पर केस दर्ज हुआ था। अब एमआरसी राजेंद्र डांगी व संजीव कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों रिमांड पर है।