मनोहर बजट को सत्ता ने सराहा, विपक्ष ने बताया छलावा
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मनोहर सरकार ने चौथा बजट पेश किया। बजट को जहां सत्ता पक्ष ने
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मनोहर सरकार ने चौथा बजट पेश किया। बजट को जहां सत्ता पक्ष ने खूब सराहा है वहीं विपक्ष ने इस बजट को जनता के साथ धोखा बताया। सत्ता पक्ष का कहना है कि बजट में समाज के किसी भी वर्ग की अनदेखी नहीं की गई। जबकि विपक्ष का कहना है कि अधिकांश योजनाएं पुरानी हैं। उन योजनाओं को भी शामिल किया गया है जिनका शिलान्यास कई माह पूर्व हो चुका है।
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हर वर्ग का रखा ख्याल
विधायक घनश्याम दास का कहना है कि सरकार ने सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बजट पेश किया है। शिक्षा व चिकित्सा पर विशेष ध्यान दिया गया है। कृषि जगत को भी अनदेखा नहीं किया गया। बजट से अर्थ व्यवस्था सुधरेगी ओर हर तरफ खुशहाली आएगी। पहली बार किसानों को बजट इतनी तरजीह मिली है। पहली बार इस तरह का बजट पेश किया गया है जिसमें सभी वर्ग शामिल किए।
अनुसुचित जाति के प्रदेश उपाध्यक्ष जंगशेर का कहना है कि बजट संतुलित है। इससे प्रदेश के विकास के रास्ते खुलेंगे। बजट पूरी तरह देश हित में है। इससे न केवल व्यापारी बल्कि आम आदमी के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया बजट प्रदेश में विकास की संभावनाओं का प्रबल करेगा। शिक्षा व चिकित्सा जगत में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। सभी को फायदा होगा।
प्रदेश महासचिव भूपेंद्र राणा का कहना है कि बजट में कुछ भी नया नहीं है। केंद्र की तरह इस बजट से भी मायूसी हाथ लगी है। जनता को गुमराह किया गया है। पुरानी घोषणाओं को दोहराया है। बजट जनता की उम्मीदों से परे हैं। बजट ने हर वर्ग को मायूस करने का काम किया है। केवल स्किल से ही विकास नहीं होता। विकास के लिए बजट में ठोस मुद्दे होने चाहिए। जनता को राहत देने के लिए कुछ नया नहीं किया।
पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान का कहना है कि यह बजट नहीं बल्कि जनता से छलावा है। जिस तरह से लोगों को गुमराह कर भाजपा सत्ता में आई, उसी तरह बजट पेशकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। बजट 2018 में पेश हो रहा है और बात की जा रही है 2030 तक की। बजट से किसी भी वर्ग का भला नहीं हो सकता। इस बार बजट से जनता को बहुत उम्मीद थी, लेकिन जनता निराश हुई है।
पूर्व विधायक राजपाल भूखड़ी का कहना है कि बजट जिले के लिए कोई नई घोषणा नहीं है। जिन संस्थानों व रेलवे लाइन की बात की जा रही है, वह पुरानी हैं। रेल लाइन की घोषणा तो कांग्रेस सरकार में हो चुकी थी। चार वर्ष में यह सरकार पूरी नहीं कर पाई। बजट का परिणाम आने वाले समय में सामने आ जाएगा। यह मात्र ख्याली पुलाव है। जब तक बजट आम आदमी पर केंद्रित नही होगा तब तक विकास नहीं होगा।