मेटल कारोबारी की नाबालिग बेटी के अपहरण का आरोपित नहीं लगा पुलिस के हाथ
जगाधरी के मेटल कारोबारी की साढ़े 17 वर्षीय बेटी का अपहरण करने और फिरौती मांगने के नाबालिग आरोपित को करनाल के सेफ्टी हाउस भेज दिया गया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जगाधरी के मेटल कारोबारी की साढ़े 17 वर्षीय बेटी का अपहरण करने और फिरौती मांगने के नाबालिग आरोपित को करनाल के सेफ्टी हाउस भेज दिया गया है। उसके साथी रमन की तलाश की जा रही है। हालांकि इस अपहरण कांड में पुलिस की कहानी में कई झोल हैं। अपहरण करने से लेकर बरामदगी तक की कहानी सही नहीं बैठ रही है। किशोरी ने भी कोर्ट में बयान दिए कि उसका दो युवकों ने अपहरण किया था। जिसे पुलिस ने पकड़ा, वह उसे बचाने के लिए आया था। किशोरी को भी परिवार के सुपुर्द कर दिया गया है।
26 फरवरी की रात को मेटल व्यापारी की बेटी का अपहरण हो गया। वह 12वीं कक्षा में पढ़ती है। किशोरी की मां के मोबाइल पर दो करोड़ की फिरौती का मैसेज आया था। सीआइए वन, स्पेशल डिटेक्टिव स्टाफ और शहर जगाधरी पुलिस की टीम ने 10 घंटे के सर्च ऑपरेशन के बाद किशोरी को करनाल के सेक्टर 13 से बरामद करने का दावा किया। किशोरी की कार जगाधरी के सेक्टर 18 के पास मिली थी। वहीं जिस इयोन कार से किशोरी का अपहरण किया गया, वह भी पुलिस ने बरामद की।
पुलिस नहीं कर पाई पूरे केस का पर्दाफाश
इस मामले में पुलिस कोई खास खुलासा नहीं कर पाई। पुलिस ने नाबालिग को अपहरण के आरोप में गिरफ्तार दिखा दिया, जबकि बताया जा रहा है कि जब किशोरी का अपहरण हुआ, तो वह पुलिस के साथ उसे तलाशने में लगा रहा। उसके कहने पर ही पुलिस ने कई संदिग्धों से भी पूछताछ की। बाद में पुलिस ने उसे ही धर लिया। किशोरी को भी उनके ही करनाल के अपार्टमेंट से बरामद दिखा दिया। जगाधरी शहर थाना प्रभारी दिनेश चौहान ने बताया कि अपहरण करने में दो आरोपित थे। एक आरोपित रमन अभी फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।