अस्पताल से बिखरा मिला धरने का सामान, गुस्से में आशा वर्कर गेट पर बैठी
सिविल अस्पताल में स्टाफ नर्स द्वारा की गई मारपीट के विरोध में आशा वर्करों का सिविल अस्पताल जगाधरी में छह दिन से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शनिवार को जब आशा वर्कर अस्पताल में पहुंची तो अस्पताल परिसर में धरना स्थल पर रखा वर्करों का टैंट कुर्सी व पाइप बिखरा पड़ा मिला।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सिविल अस्पताल में स्टाफ नर्स द्वारा की गई मारपीट के विरोध में आशा वर्करों का सिविल अस्पताल जगाधरी में छह दिन से विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शनिवार को जब आशा वर्कर अस्पताल में पहुंची तो अस्पताल परिसर में धरना स्थल पर रखा वर्करों का टैंट, कुर्सी व पाइप बिखरा पड़ा मिला। इससे गुस्साई आशा वर्करों ने अस्पताल के मुख्य गेट के आगे दरी बिछाकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर दी। इसका पता अस्पताल प्रशासन को लगा तो डाक्टरों व कर्मचारियों ने आशाओं से बात कर टैंट का सामान उठवा कर दोबारा धरना स्थल पर रखवाया। विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान निरूबाला व संचालन जिला सचिव राजेश कुमारी ने किया।
सर्व कर्मचारी संघ जिला सचिव गुलशन भारद्वाज, ब्लाक प्रधान जोत सिंह, रिटायर्ड कर्मचारी जिला प्रधान विनोद त्यागी व जिला सचिव सोमनाथ ने कहा कि यूनियन ने अपनी समस्या को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन भी दिया था। जिसमे खुद एसडीएम ने सिविल सर्जन को फोन करके नर्स को तीन दिन की छुट्टी पर भेजने के आदेश जारी किए थे । लेकिन एसडीएम के आदेशों को ठेंगा दिखाकर नर्स अपनी ड्यूटी दे रही है। दोपहर बाद आशा वर्करों ने अस्पताल से झंडा चौक तक प्रदर्शन किया। वह निगम कार्यालय के सामने बैठ गई। उन्होंने कहा कि जब तक नर्स पर उचित कार्रवाई नहीं की जाती तब तक इस आंदोलन को खत्म नहीं करेंगे। प्रदर्शन के दौरान सिविल सर्जन ने यूनियन को रविवार को सुबह 10 बजे बातचीत के लिए बुलाया है। मौके पर जिला कोषाध्यक्ष कर्मजीत, ब्लाक प्रधान पूनम शर्मा, सचिव गुरिद्र कौर, प्रेस सचिव कामिनी गोयल मौजूद रहे।