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आरसी फर्जीवाड़ा : एसआइटी के रडार पर एसडीएम कार्यालय के स्थायी कर्मचारी

जागरण संवाददाता यमुनानगर आरसी फर्जीवाड़े का खुलासा करने के लिए बनी एसआइटी के रडार

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Feb 2021 07:45 AM (IST)Updated: Mon, 15 Feb 2021 07:45 AM (IST)
आरसी फर्जीवाड़ा : एसआइटी के रडार पर एसडीएम कार्यालय के स्थायी कर्मचारी
आरसी फर्जीवाड़ा : एसआइटी के रडार पर एसडीएम कार्यालय के स्थायी कर्मचारी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : आरसी फर्जीवाड़े का खुलासा करने के लिए बनी एसआइटी के रडार पर अब एसडीएम जगाधरी व बिलासपुर में काम करने वाले स्थायी कर्मचारी हैं। क्योंकि कच्चे कर्मचारी स्थायी कर्मचारियों के नेतृत्व में ही काम करते हैं। इसलिए इस फर्जीवाड़े में दोनों कार्यालयों का कोई पक्का कर्मचारी मिला हुआ न हो ऐसा संभव नहीं हो सकता। पक्के कर्मचारियों की मुहर लगने के बाद ही आरसी की फाइल एसडीएम तक पहुंच पाती है। एसआइटी ने दोनों कार्यालयों के कौन से कर्मचारियों से पूछताछ करनी है इसकी लिस्ट भी बना ली है। एजेंटों का लगा रहता है जमावड़ा :

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बिचौलियों की भूमिका को खत्म करने के लिए भले ही ई-दिशा केंद्रों में सारा काम अब आनलाइन होता हो परंतु प्रशासन इनमें एजेंटों की एंट्री पर अभी तक रोक नहीं लगा पाया है। सारा दिन ई-दिशा में एजेंट घूमते रहते हैं। खासकर दोपहर को लंच टाइम व शाम को चार बजे के बाद तो ई-दिशा में इनका जमावड़ा सा लग जाता है। कई एजेंटों की पैठ तो इतनी ज्यादा है कि पाबंदी के बावजूद ये उस कुर्सी तक पहुंच जाते हैं जहां पर कर्मचारी बैठ कर काम करते हैं। बाहर से आने वाले लोगों के साथ कर्मचारी भले ही कैसा भी बर्ताव करते हों लेकिन एजेंटों की फाइल मुस्कुराते हुए बड़े प्यार से पकड़ी जाती है। जब एजेंटों से पास कोई व्यक्ति अपना काम कराने के लिए जाता है तो वह उसे साफ-साफ बताते हैं कि किस कर्मचारी को कितना ाखर्चा पानी देना है। जगाधरी में बनी दो अथॉरिटी की आरसी :

सूत्रों की माने तो एसआइटी की जांच में ये भी पता चला है कि बिलासपुर व रादौर में पंजीकृत होने वाले कुछ वाहनों की आरसी जगाधरी ई-दिशा केंद्र में बनी है। ऐसा कैसे हुआ और कितने कर्मचारियों की मिलीभगत से यह हुआ इसके लिए सोमवार को कुछ संदिग्ध फाइलों का रिकार्ड कब्जे में लिया जाएगा। इसकी फिजिकल वेरिफिकेशन की जाएगी। वहीं एसआइटी ने इस मामले में गिरफ्तार जगाधरी एसडीएम कार्यालय के एमआरसी राजिद्र डांगी से रिमांड के तीसरे दिन भी पूछताछ की। जिसमें एमआरसी ने कई राज उजागर किए हैं। जांच प्रभावित न हो इसलिए एसआइटी इनका खुलासा करने से बच रही है। जगाधरी एसडीएम कार्यालय में 16 व बिलासपुर एसडीएम कार्यालय में 29 फाइलों में गड़बड़ी मिली थी। जांच सही दिशा में चल रही है : सुखबीर सिंह

एसआइटी के सदस्य सुखबीर सिंह का कहना है कि एसआइटी की जांच सही दिशा में चल रही है। हम चेन को आपस में जोड़ रहे हैं। सोमवार को भी दोनों कार्यालयों में रिकार्ड की जांच की जाएगी।


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