प्लेटफार्म एक पर गाड़ियों के ठहराव न होने से यात्रियों की बढ़ी परेशानी
रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर गाड़ियों के ठहराव न होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसका कारण प्लेटफार्म का विस्तार कम होना बताया गया है। लंबे समय से इसका विस्तार बढ़ाने की मांग हो रही है। इस पर सुविधाओं का भी अभाव है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर गाड़ियों के ठहराव न होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसका कारण प्लेटफार्म का विस्तार कम होना बताया गया है। लंबे समय से इसका विस्तार बढ़ाने की मांग हो रही है। इस पर सुविधाओं का भी अभाव है। इस तरफ रेलवे की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा। स्टेशन अधीक्षक एसके जोशी का कहना है कि इसके बारे में उच्चाधिकारियों को सूचित किया गया है, ताकि प्लेटफार्म का विस्तार हो सके।
यहां दो और तीन नंबर प्लेटफार्म पर गाड़ियों का ठहराव है। प्लेटफार्म नंबर एक से दो और तीन पर जाने के लिए पैदल पथ पुल पर चढ़ना पड़ता है। जब तक यात्री यहां पहुंचते हैं कई बार गाड़ी छूट जाती है। नंबर एक पर पेयजल के लिए वाटर की सुविधा नहीं है। इसके चलते यात्रियों को इतनी पानी की बोतल खरीदनी पड़ती हैं। नंबर एक पर ही प्रतीक्षालय बना है। अधिकतर ये बंद रहता है। यात्रियों को बाहर बैठना पड़ता है। यात्रियों की संख्या के हिसाब से बैंच तक नहीं लगाए गए। बेंचों की संख्या समिति है। इसलिए काफी यात्री खड़े रहते हैं।
ठीक से हो सफाई
यात्री महेश सिंह का कहना है कि सफाई तो है पर उतनी नहीं जितनी होनी चाहिए। रेलवे सफाई का दावा करता है। कई सफाई कर्मी साफ करते नजर भी आते हैं, लेकिन रेलवे ट्रैक पर गंदगी रहती है। यहां चूना तक नहीं गिराया जाता। गंदगी होने के कारण वातावरण दूषित रहता है।
सुरक्षा भी हो मजबूत
स्टेशन पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम भी नहीं हैं। मेटल डिटेक्टर मशीनें स्टेशन के गेट पर नहीं लगी हैं। रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर पर भीड़ रहती है। इस कारण यात्रियों को काफी देर कतार में घंटों इंतजार करना पड़ता है। भीड़ के चलते जेब तक कट जाती है। सुरक्षा के लिए कई रेलवे की ओर से घोषणा की जाती है कि जेब संभाल कर रखें, जेबकतरों से सावधान रहे। टिकट विडो पर खड़ी सरिता ने बताया कि पिछले दिनों जब वह स्टेशन पर आई थी तो उसके गले से चेन झपट ली थी। वह तो शुक्र था कि वह सोने की नहीं थी, बस सोने जैसे दिखाई देती थी। सुरक्षा के लिए यहां कैमरे होने चाहिए।