इंसान का रक्त ही इंसान की जान बचा सकता है : विधायक
रक्त नालियों में नही बल्कि इंसानी नाड़ियों में बहे।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
रक्त नालियों में नही बल्कि इंसानी नाड़ियों में बहे। निरंकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज द्वारा कहे गए इन वचनों को चरित्रार्थ करते हुए मानव सेवा के लिए संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन ने संत निरंकारी सत्संग भवन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिसमें विधायक घनश्याम दास अरोड़ा मुख्य अतिथि रहे। वशिष्ठ अतिथि के जोनल इंचार्ज सुरेंद्र पाल व क्षेत्रिय संचालक सुरेश कुमार रहे। मुख्यातिथि का स्वागत संयोजक बलदेव सिंह ने किया। मौके पर निरंकारी भाई-बहनों ने बढ़-चढ़ कर रक्तदान किया। शिविर में 150 यूनिट रक्त एकत्र हुआ। रक्तदाताओं को धन्यवाद कार्ड, प्रमाण पत्र व पौष्टिक आहार दिया गया। विधायक ने रक्तदाताओं के बीच जाकर उन्हें बैज लगाकर सम्मानित किया गया।
शिविर में कोरोना वायरस के चलते शरीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा गया। रक्तदाताओं का थर्मल स्कैंनिंग द्वारा तापमान चेक कर सैनिटाइज के बाद रक्तदान करवाया गया। विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि रक्तदान जीवन दान है। इंसान का रक्त ही इंसान की जान बचा सकता है इसका और कोई विकल्प नही है। उन्होंने मिशन के सामाजिक कार्यो रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व प्राकृतिक आपदाओं में सहायता जैसे कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह महाराज का यह कथन कि रक्त नालियों में नहीं, अपितु इंसान की नाड़ियों में बहे को चरितार्थ कर रहे हैं। मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। रेडक्रॉस सचिव ने कहा कि निरंकारी मिशन हर समय मानव सेवा के लिए तैयार रहता है। प्रेस प्रवक्ता ने बताया कि संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा 1986 से 2020 तक 6000 रक्तदान शिविरों में करीब 10 लाख यूनिट से अधिक रक्त एकत्रित किया जा चुका है। यह प्रक्रिया निरंतर जारी है।