धड़ाधड़ टेंडर लग रहे, वर्क आर्डर के बावजूद काम शुरू नहीं नहीं करा पा रहे अधिकारी
विधानसभा चुनाव के आगाज से नगर निगम में विकास कार्यो को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। धड़ाधड़ टेंडर लग रहे हैं लेकिन ऐसे कामों की संख्या कम नहीं हैं जो वर्क अलॉट होने के बावजूद कई माह तक शुरू नहीं हुए हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : विधानसभा चुनाव के आगाज से नगर निगम में विकास कार्यो को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। धड़ाधड़ टेंडर लग रहे हैं, लेकिन ऐसे कामों की संख्या कम नहीं हैं, जो वर्क अलॉट होने के बावजूद कई माह तक शुरू नहीं हुए हैं। दो-चार माह से नहीं बल्कि चार-पांच वर्ष से काम अटके हुए हैं। हालांकि गत दिनों मेयर मदन चौहान ने इन कामों को शुरू करने के लिए अधिकारियों की बैठक ली थी, लेकिन इनमें से कुछ ही काम शुरू हो पाए हैं।
फव्वारा चौक से रेलवे स्टेशन तक फुटपाथ और सड़क का चौड़ीकरण का शिलान्यास हो चुका है, लेकिन अभी तक काम शुरू नहीं हुआ। वार्ड नंबर 11 में गलियों और नालियों का निर्माण, वार्ड आठ के नेहरू पार्क में टॉयलेट की मरम्मत, वार्ड आठ में सड़क का निर्माण, वार्ड नौ में इंटरलॉकिंग सड़क का निर्माण, नगर सुधार मंडल के पार्क का सुधारीकरण, वार्ड आठ पार्क का सुधारीकरण, अलग-अलग वार्डो में शौचालयों के निर्माण, वार्ड 10 में गली और नालियों का निर्माण, इसी वार्ड में गलियों और नालियों का निर्माण, वार्ड 11 में एलईडी, वार्ड नौ में अंबेडकर भवन, वार्ड 11 में कम्युनिटी सेंटर, वार्ड 10 में पैच वर्क, वार्ड 10, 11, 13, 14, के विभिन्न स्थानों पर बैंच, आजाद नगर में गलियों का निर्माण, वार्ड 10 और 11 में गलियों का निर्माण सहित 80 से अधिक काम ऐसे हैं जो कई वर्ष से अटके हैं।
तीन बार टेंडर हुए, काम शुरू नहीं
निगम ऑफिस के नए भवन के लिए तीन साल से कार्रवाई चल रही है। निगम की ओर से इसके लिए पहले भी दो बार टेंडर लग चुके। मार्च-2018 में 28 करोड़ का पहला टेंडर लगाया गया था। निर्माण में दिलचस्पी नहीं दिखाई। 26 अक्टूबर 2018 को फिर 27 करोड़ से ज्यादा का टेंडर लगाया गया। अब तीसरी बार टेंडर हुआ है। यह भवन 27 करोड़ 88 लाख रुपये से बनाया जाना है।
टेंडर लगा, काम पर संशय
नगर निगम की 69 कॉलोनियों में बारिश के पानी की निकासी व सड़कों का निर्माण न होने से करीब डेढ़ लाख की आबादी परेशान है। 22 करोड़ 44 लाख रुपये से होने वाले इन कामों के लिए टेंडर मांग लिए हैं, लेकिन काम कब शुरु होंगे, लेकिन काम कब शुरू होंगे, इस पर संशय बना हुआ है। 25-30 वर्ष पुराने इन कॉलोनियां बुनियादी सुविधाओं को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं। वार्ड 20 में 48 लाख रुपये से बारात घर बनाया जाना है। एक वर्ष पहले वर्क अलॉट हुआ, लेकिन काम आज तक शुरू नहीं हुआ। इसके अलावा तिलक नगर में 15 लाख और रणजीत गार्डन में 10 लाख रुपये की लागत से नाले का निर्माण कराया जाना है। पांच माह पहले वर्क अलॉट हो गए, लेकिन काम शुरू करने की जहमत नहीं उठाई।
रेखा राणा, पार्षद, वार्ड-20
इनसेट
वार्ड चार के बूड़िया और भगवानपुर में कम्युनिटी सेंटर का काम अधर में है। चनेटी में भी कम्युनिटी हॉल बनाने हैं। इनका काम शुरू हो गया था, लेकिन बंद है। इसके अलावा गलियों व नालियों के काम शुरू नहीं किए गए हैं।
देवेंद्र सिंह, पार्षद, वार्ड-4 दो वर्ष पहले हाउस की बैठक में पास हुए काम आज तक शुरू नहीं हुए। लंबित पड़े विकास कार्यो की बाबत शिकायत कर चुकी हैं। वार्ड में 8-10 काम अधर में पड़े हैं। नगर निगम की खाली पड़ी जमीन की चाहरदीवारी नहीं हो पाई। मेन रोड पर शौचालय बनवाए जाने हैं।
निर्मल चौहान, पार्षद, वार्ड-13 इनसेट
जिन कार्यो के वर्क अलॉट हो गए हैं, वे लगभग सभी शुरू हो चुके हैं। गत दिनों मेयर मदन चौहान ने जिन लंबित विकास कार्यों पर चर्चा की थी, वह भी शुरू करवा दिए गए हैं। बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य करवाना प्राथमिकताओं में शामिल है।
आनंद स्वरूप, एक्सईएन, नगर निगम।