त्योहारी सीजन में सड़कों पर बढ़ी वाहनों की संख्या, दिनभर जाम ने निकाला दम
भाई दूज का पर्व सोमवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। भाई बहनों के
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : भाई दूज का पर्व सोमवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। भाई बहनों के घर पर टीका कराने के लिए गए। साथ ही भाइयों ने बहनों को भेंट स्वरूप वस्त्र, मिठाई व उपहार दिए। भाई दूज पर जिला की सड़कों पर रोजमर्रा की अपेक्षा पांच गुना अधिक वाहन ज्यादा चले। दिनभर सड़कों पर वाहन रेंगते रहे। जिससे सड़कों पर जाम लगा रहा। जिस सफर को करने में लोगों को 10 मिनट का समय लगता था सोमवार को उसमें 30 मिनट लगे। पुलिस चौक चौराहों पर खड़े होकर वाहनों के चालान तो काटती रही लेकिन जाम को खुलवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। पुलिस ने पहले से नहीं की प्लानिग
धनतेरस के तीन-चार दिन पहले से लोग जाम से जूझ रहे हैं। परंतु लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए पुलिस ने पहले से कोई प्लानिग नहीं की। पुलिस चाहती तो मुख्य बाजारों में वाहनों की एंट्री पर रोक लगा सकती थी। वाहनों के लिए रूट डाइवर्ट किए जा सकते थे। ताकि लोग बाजारों में वाहन लेकर न आए। क्योंकि पहले ही दुकानदारों ने अपना सामान सड़क तक फैला रखा था। लोग भी वाहनों को सड़क किनारे ही पार्क कर देते हैं। त्योहारों के दिनों में पुलिस लोगों को जाम से निजात दिलाने में पूरी तरह से फेल साबित रही। तीन गुना बढ़ी पेट्रोल की बिक्री
बहनों के घर जाने के लिए भाई व अन्य परिजन अपने वाहनों में ज्यादा गए। क्योंकि लोगों को अभी भी कोरोना वायरस फैलने का डर है। यही वजह है कि सड़कों पर दिनभर बाइक, कारें ही दिखी। वाहनों का दबाव कई गुना बढ़ने से सड़कों पर जाम लग गया। महाराणा प्रताप चौक (पुराना कमानी चौक) से बाइपास तक पूरा दिन जाम लगा रहा। यहां एक तो सड़क किनारे पाइप डालने के लिए खोदाई चल रही है। दूसरा रात को बरसात होने से सड़क पर पड़ी मिट्टी कीचड़ बन गई। इसी तरह रेलवे स्टेशन रोड, गाबा अस्पताल के पास, रेलवे बाजार, खेड़ा बाजार लोग जाम से परेशान है। सड़कों पर वाहनों ज्यादा होने से पेट्रोल की बिक्री भी तीन गुणा अधिक हुई। बस अड्डों पर काफी समय बाद दिखी भीड़
कोरोना काल में यमुनानगर व जगाधरी बस अड्डे पर काफी समय बाद भीड़ देखने को मिली। रविवार को ही काफी लोग बहनों के घर चले गए थे। रविवार को वह घर वापस लौटे। सोमवार को दिल्ली, सहारनपुर व पंचकूला रूट के लिए सबसे ज्यादा सवारी आई। दिल्ली रूट के लिए 21 व सहारनपुर के लिए 35 से अधिक टाइम बसों के लगाए गए थे। इसके अलावा अन्य जिलों की बसें भी सर्विस देती रही। जैसे ही बस सवारी से फुल होती कर्मचारी उसे गंतव्य को रवाना कर देते। इससे सबसे ज्यादा दिक्कत उन यात्रियों को आई जिन्होंने पहले से बसों की आनलाइन बुकिग करवा रखी थी। शहर निवासी दीपक कुमार ने बताया कि उसने यमुनानगर से नूह के लिए पांच सीटों की आनलाइन बुकिग कराई थी। इसके लिए उसने 1475 रुपये एडवांस जमा करवा दिए थे। सोमवार को उसकी बस दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर थी लेकिन बस सुबह 11 बजकर 35 मिनट पर ही चली गई। ऐसे में रोडवेज को उनके रुपये वापस करने पड़े। उधर, बसों में सरकार के सारे नियम टूटते नजर आए। लोगों ने चेहरों पर मास्क तक नहीं लगा रखा था।