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ई-दिशा केंद्र में दस्तावेज ही नहीं, वाहनों की फिटनेस अवधि बढ़ाने में भी फर्जीवाड़ा

जागरण संवाददाता यमुनानगर जगाधरी ई-दिशा केंद्र में गाड़ियों के फर्जी दस्तावेज ही नहीं बि

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Jan 2021 08:45 AM (IST)Updated: Tue, 26 Jan 2021 08:45 AM (IST)
ई-दिशा केंद्र में दस्तावेज ही नहीं, वाहनों की फिटनेस अवधि बढ़ाने में भी फर्जीवाड़ा
ई-दिशा केंद्र में दस्तावेज ही नहीं, वाहनों की फिटनेस अवधि बढ़ाने में भी फर्जीवाड़ा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जगाधरी ई-दिशा केंद्र में गाड़ियों के फर्जी दस्तावेज ही नहीं, बल्कि उनकी फिटनेस की अवधि भी बढ़ाई गई। इसकी फरवरी 2020 में शिकायत भी हुई थी, लेकिन उस शिकायत को भी गंभीरता से नहीं लिया गया। यदि अधिकारी पहले ही इस फर्जीवाड़े की आ रही शिकायतों पर गंभीरता से संज्ञान लेते, तो शायद यह मामला पहले ही पकड़ में आ जाता। फर्जी दस्तावेजों को तैयार करने का खेल काफी लंबे समय से चल रहा था।

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इस मामले की चरखी दादरी निवासी जितेंद्र ने फरवरी 2020 में भी सीएम को शिकायत दी गई थी। शिकायत में फर्जीवाड़ा करने में सीधे तौर पर ई-दिशा केंद्र में तैनात कर्मियों व अफसरों पर आरोप लगाए गए थे। शिकायत में कहा गया था कि जगाधरी के एसडीएम कार्यालय से सात गाड़ियों का गलत तरीके से रजिस्ट्रेशन हुआ है। यह सभी नीलामी की गाड़ियां हैं। इनके दस्तावेजों में छेड़छाड़ की गई। जिस वजह से इन गाड़ियों का टैक्स भी बहुत कम लिया गया। इन सभी नीलामी की गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन कराने में 65 हजार रुपये तक लिए गए। इनके टैक्स में भी चोरी की गई। किसी गाड़ी का मात्र 2700 रुपये, तो किसी का 3500 रुपये टैक्स दिखाया गया। इस तरह से अधिकारियों व कर्मचारियों ने सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाया है। आरोप लगाया था कि नीलामी की इन गाड़ियों की फिटनेस भी नए वाहन के बराबर दिखाई गई है। यह भ्रष्टाचार करके बढ़ाई गई है। इस शिकायत की जांच के लिए जितेंद्र को बुलाया गया था। आरोप है कि उन्हें फोटोकापी दिखाकर मामले को दबा दिया गया। रजिस्ट्रेशन काउंटर पड़ा रहा खाली

फर्जीवाड़े के उजागर होते ही अब ई-दिशा केंद्र में रजिस्ट्रेशन काउंटर खाली पड़ा है। एसडीएम दर्शन सिंह की शिकायत पर यहां पर कार्य करने वाले कंप्यूटर आपरेटर अमित, कुनाल, गगनदीप व शुभम पर केस दर्ज हुआ है। वहीं सिरसा सीआइए की जांच में सामने आया है कि अमित व एमआरसी राजेंद्र ही फर्जी दस्तावेजों पर गाड़ियां बेचने वाले गिरोह के सरगना है। फिलहाल दोनों की तलाश में सिरसा सीआइए लगी हुई है। जगाधरी के सेक्टर 17 थाने में दर्ज केस में एसआइटी बनाई गई है। चार दिन पहले यह केस दर्ज हुआ, लेकिन अभी तक यहां से रिकार्ड नहीं लिया जा सका।


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