मंत्री अनिल विज का खौफ, थानों और निगम में चल रही सफाई, सीट से नहीं उठ रहे अधिकारी
नगर निगम कार्यालय और सभी पुलिस थानों का माहौल तीन दिनों से पूरी तरह से बदला हुआ है। सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी सीट पर मिल रहे हैं। कार्यालयों में सालों से पड़ी गंदगी को वहां हटाया जा रहा है। ये सब किया जा रहा है गृह स्वास्थ्य एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के खौफ से।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नगर निगम कार्यालय और सभी पुलिस थानों का माहौल तीन दिनों से पूरी तरह से बदला हुआ है। सभी अधिकारी और कर्मचारी अपनी सीट पर मिल रहे हैं। कार्यालयों में सालों से पड़ी गंदगी को वहां हटाया जा रहा है। ये सब किया जा रहा है गृह, स्वास्थ्य एवं शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के खौफ से। क्योंकि 21 नवंबर को अनिल विज रादौर में भाजपा प्रत्याशी की हार के कारणों की समीक्षा करने आ रहे हैं। इसके बाद वे शहर में कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। उनसे संबंधित विभाग के अधिकारियों को इस बात की चिता सता रही है कि कहीं अनिल विज कार्यालय का निरीक्षण करने न पहुंच जाए।
दो नेताओं में घमासान
भाजपा ने तत्कालीन मंत्री कर्णदेव कांबोज को इस चुनाव में इंद्री विधानसभा से टिकट न देकर रादौर से मैदान में उतारा था, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. बिशन लाल सैनी ने करीब 2500 वोट से कर्णदेव कांबोज को हरा दिया था। चुनाव नतीजे आने के बाद रादौर में कर्णदेव कांबोज और पूर्व विधायक श्यामसिंह राणा के बीच काफी घमासान हुआ था, क्योंकि श्याम सिंह राणा का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिसमें वे समर्थकों से भाजपा प्रत्याशी का समर्थन न करने की बात कह रहे थे। उसके बाद दोनों के समर्थक एक-दूसरे के खिलाफ हो गए थे। यह मामला हाई कमान तक भी पहुंच गया था। इसी पर मंथन करने के लिए अनिल विज आज सुबह 11 बजे सफल पैलेस में आ रहे हैं। वे यहां पर पहले कर्णदेव कांबोज व कार्यकर्ताओं से मिलेंगे। इसके बाद श्यामसिंह राणा के अलग से आयोजित कार्यक्रम में त्रिवेणी चौक रादौर पहुंचेंगे। अनिल विज दोनों नेताओं से अलग-अलग बातचीत कर हार के कारणों का पता लगाने की कोशिश करेंगे।
निगम कार्यालय से निकली तीन ट्रॉली कबाड़
अनिल विज के पास शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग भी है, इसलिए नगर निगम में तीन दिन से सफाई अभियान देर शाम तक चल रहा है, क्योंकि तीन दिन पहले ही विज के यमुनानगर आने का कार्यक्रम फाइनल हुआ है। अभी तक निगम कार्यालय से कबाड़ और पुराने सामान की तीन ट्रालियां निकल चुकी हैं। इस कबाड़ ने सालों से निगम कार्यालय की सूरत बिगाड़ रखी थी। यदि मंत्री जी के आने का कार्यक्रम न बनता तो पता नहीं कबाड़ यहां कब तक पड़ा रहता। इसी तरह थानों और चौकियों में भी सफाई चल रही है। थाना परिसरों में जो घास उगी हुई थी, उसे कटवा दिया गया। फालतू सामान को ठिकाने लगा दिया गया। सड़कों के चौराहों को पेंट से रंगने का काम चल रहा है।
मंत्री जी का इतना खौफ क्यों
गृह मंत्री बनने के दूसरे दिन ही अनिल विज पानीपत थाने का निरीक्षण करने पहुंच गए थे। जहां उन्होंने थाने का हाजिरी रजिस्टर चेक किया। जहां पर एक महिला पुलिसकर्मी नहीं मिली, इसलिए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। जब विज स्वास्थ्य मंत्री थे तब सरकार ने उन्हें जिला यमुनानगर की कष्ट निवारण समिति का अध्यक्ष बना रखा था। जब भी वे मीटिग में आते थे किसी न किसी अफसर पर उनकी गाज जरूर गिरती थी। कई कर्मचारियों को उन्होंने सस्पेंड भी किया था। इसलिए थानों और कार्यालयों में खलबली मची हुई है।