हाउस में बिना प्रस्ताव लाए निगम ने लीज पर दे दी 6 एकड़ जमीन, बनाएंगे मैरिज पैलेस
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नगर निगम ने हाउस की बैठक में बिना प्रस्ताव लाए ही गधौली गांव में छह एकड़
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नगर निगम ने हाउस की बैठक में बिना प्रस्ताव लाए ही गधौली गांव में छह एकड़ जमीन मैरिज पैलेस बनाने के लिए लीज पर दे दी। हैरानी की बात यह है कि करोड़ों रुपये की इस जमीन को करीब ढाई लाख रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष की दर से लीज पर दिया है। यानी छह एकड़ की लीज पर करीब 15 लाख रुपये ही मिलेंगे। पार्षदों ने इसे बड़ा घोटाला बताते हुए जवाब मांगा है। यहां तक की भाजपा समर्थित पार्षद भी ऑडिटोरियम व ओपन एयर थिऐटर बनाने की मांग कर चुके हैं। मामले को लेकर भाजपा सहित अन्य पार्षदों ने अधिकारियों की घेराबंदी शुरू कर दी है।
वार्ड 11 से इनेलो पार्षद अजय बिल्लू ने सीएम ¨वडो पर शिकायत देकर कार्य रुकवाने की मांग की है। वहीं, भाजपा समर्थित पार्षद नीरज राणा व संगीता ¨सघल ने इस निर्माण पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरटीआइ के तहत जानकारी मांगी है कि आखिर किसकी अनुमति से ये पैलेस बन रहा है। बता दें कि बीते दिनों हुई हाउस की बैठक में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। इस दौरान भी नगर निगम के अधिकारी पार्षदों के सवालों का जवाब नहीं दे पाए थे। सीएम को भेजी शिकायत
मुख्यमंत्री को भेजी शिकायत में वार्ड नंबर-11 से पार्षद अजय बिल्लू ने कहा कि गधौली गांव में नगर निगम की छह एकड़ जमीन पर अवैध रूप से मैरिज पैलेस का निर्माण कार्य चल रहा है। यह नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा है। इस जमीन को लीज पर देने से पहले न तो हाउस की मंजूरी ली गई और न ही कोई सर्कुलर जारी किया। यह निर्माण अप्रूवड एरिया में किया जा रहा है। इस कार्य को करवाने में बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। इसके अंदर व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने मांग की है कि इस मामले की गहनता से जांच की जाए और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। भाजपा पार्षद ने उठाए सवाल
भाजपा समर्थित पार्षद नीरज राणा ने ने भी मैरिज पैलेस के निर्माण पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरटीआइ के तहत यह जानकारी मांगी है कि गधौली में बन रहा मैरिज पैलेस को बनाने से पहले किसकी मंजूरी ली गई है? किन-किन लोगों को किस नियम के तहत कितने समय के लिए यह जमीन दी है। क्या बनाने से पहले हाउस की मंजूरी ली गई है? पार्षद राणा ने हाउस की बैठक में भी इस मामले को गंभीरता से उठाया था। उनका कहना है कि नगर निगम की अन्य जमीनों पर अवैध कब्जे हो रहे हैं लेकिन नगर निगम के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। कार्रवाई करने की बजाय कब्जाधारियों पर खास मेहरबानी दिखाई जाती है। विधायक को अवगत करवा चुके पार्षद
भाजपा पार्षद संगीता ¨सघल का कहना है कि उनका शुरू से ही प्रयास रहा है कि गधौली की इस जमीन पर ऑडीटिरयम व ओपन एयर थिएटर बनाया जाया। विधायक घनश्याम दास अरोड़ा व नगर निगम के अधिकारियों से भी इस बारे कई बार बात हुई। शहर में ऑडिटोरियम व एयर ओपन थिऐटर बनाया जाना प्रस्तावित है। नगर निगम इसके लिए जमीन भी खोज रहा है। नगर निगम की इस जमीन को खुर्दबुर्द किया जा रहा है। यह सब अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। उन्हें तो पता ही नहीं चला कि किसकी अनुमति यह जमीन मैरिज पैलेस बनाने के लिए दी गई है। बताया जा रहा है कि निगम ने इस जमीन को 10 वर्ष के लिए लीज पर दिया है। हाउस की बैठक में चर्चा तक नहीं हुई। मेरे संज्ञान में नहीं
मेयर सरोज बाला का कहना है कि हाउस की बैठक में पार्षदों ने इस बाबत शिकायत की थी। अधिकारियों ने इस जमीन को कितने समय के लिए और किस नियम के अनुरूप लीज पर दिया है, यह उनके संज्ञान में नहीं है। इस बाबत नगर निगम के उच्चाधिकारियों से बात करेंगे। मैरिज पैलेस के लिए नगर निगम की जमीन को लीज पर देने से पहले हाउस की बैठक में प्रस्ताव तो आना चाहिए था। नगर निगम ईओ दीपक सूरा से सीधी बात
सवाल : गधौली में छह एकड़ जमीन कितने वर्ष के लिए लीज पर दी है?
जवाब : 10 वर्ष के लिए, करीब ढाई लाख रुपये प्रति एकड़ प्रति वर्ष की दर से। सवाल : क्या हाउस की बैठक में बिना प्रस्ताव लाए इसे लीज पर दिया जा सकता है?
जवाब : पार्षदों को इस बारे अवगत करवाया गया था। सवाल : लेकिन अब पार्षद इसका विरोध क्यों कर रहे हैं?
जवाब : विरोध करने का अधिकार सभी को है। सवाल : क्या यह राशि कम नहीं है?
जवाब : नहीं, नियमों के मुताबिक की जमीन को लीज पर दिया गया है। सवाल : पार्षद यहां ऑडिटोरियम व ओपन एयर थिएटर बनाने की मांग कर चुके हैं।
जवाब : यह मेरे संज्ञान में नहीं है।