मनोहर बजट : शिक्षा-चिकित्सा में सुधार की ओर बढ़ा कदम, किसान-व्यापारी मायूस
मुख्यमंत्री मनोहर लाल मनोहर लाल ने बतौर वित्तमंत्री पहला बजट पेश किया। बजट को जहां सत्ता पक्ष ने सराहा है वहीं विपक्ष ने इस बजट को जनता के साथ धोखा करार दिया। सत्ता पक्ष का कहना है कि बजट में समाज के किसी भी वर्ग की अनदेखी नहीं की गई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
मुख्यमंत्री मनोहर लाल मनोहर लाल ने बतौर वित्तमंत्री पहला बजट पेश किया। बजट को जहां सत्ता पक्ष ने सराहा है, वहीं विपक्ष ने इस बजट को जनता के साथ धोखा करार दिया। सत्ता पक्ष का कहना है कि बजट में समाज के किसी भी वर्ग की अनदेखी नहीं की गई। बजट को बढ़ाया जाना बड़ी बात है। विपक्ष अधिकांश योजनाएं पुरानी बताते हुए कह रहा है कि उन योजनाओं को भी शामिल किया गया है। जिनका शिलान्यास कई माह पूर्व हो चुका है। हर वर्ग का रखा ख्याल
यमुनानगर विधायक घनश्यास दास अरोड़ा का कहना है कि हरियाणा के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा बजट हुआ है। बजट में हर वर्ग का ध्यान रखा गया है। बजट में यमुनानगर के लिए मुख्यमंत्री ने एक मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की है। बजट में प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए भी प्रावधान रखे गए हैं। जीएसटी के तहत पंजीकृत व्यापारियों को बीमा सुविधा दी गई है। पांच एकड़ जमीन से कम वाले किसान को आयुष्मान का योजना का लाभ मिलेगा जो एक सराहनीय कदम है। जिले में 55 हजार किसान परिवार है।
जगाधरी विधायक व शिक्षामंत्री कंवर पाल का कहना है कि बजट जनता हित में है। इससे प्रदेश के विकास के रास्ते खुलेंगे। बजट पूरी तरह देश हित में है। इससे न केवल किसान बल्कि आम आदमी के लिए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पेश किया गया बजट प्रदेश में विकास की संभावनाओं का प्रबल करेगा। शिक्षा व चिकित्सा जगत में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। सभी को फायदा होगा।
कांग्रेस नेत्री निर्मल चौहान का कहना है कि बजट दिशा हीन है। कोई नई बात नहीं है। महिलाओं के हितों को कोई स्थान नहीं दिया। केंद्र की तरह इस बजट से भी मायूसी हाथ लगी है। जनता को गुमराह किया गया है। पुरानी घोषणाओं को दोहराया है। बजट जनता की उम्मीदों से परे हैं। बजट ने हर वर्ग को मायूस करने का काम किया है। विकास के लिए बजट में ठोस मुद्दे होने चाहिए थे।
कांग्रेस नेता मांगा राम कांबोज का कहना है कि यह बजट नहीं बल्कि जनता से छलावा है। जिस तरह से लोगों को गुमराह कर भाजपा सत्ता में आई, उसी तरह बजट पेशकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। बजट से किसी भी वर्ग का भला नहीं हो सकता। इस बार बजट से जनता को बहुत उम्मीद थी, लेकिन जनता निराश हुई है। पुरानी योजनाओं का जिक्र किया है। पिछली योजनाओं को अभी तक लागू नहीं किया गया है।
सेहत का पूरा ख्याल रखा गया
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मनोहर बजट में सेहत का पूरा ख्याल रखा गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अल्ट्रासाउंउ सेंटर खोले जाने की योजना का विशेष रूप से फायदा मिलेगा। अभी तक किसी भी स्वास्थ्य केंद्र पर यह व्यवस्था नहीं है। यमुनानगर की बात की जाए तो कुल सात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। स्वास्थ्य केंद्र ही नहीं बल्कि जिला अस्पताल में भी में अल्ट्रासाउंड की समुचित व्यवस्था नहीं है। दूसरा, हार्ट रोगियों के लिए कैथ लैब एमआरआइ की व्यवस्था करना भी स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा निर्णय है।
हुडा सेक्टर-18 के प्रधान कपिल कांबोज का कहना है कि मनोहर बजट में स्वास्थ्य पर खास ध्यान दिया गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था करने से ग्रामीणों को फायदा होगा। क्योंकि से स्वास्थ्य केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में ही चल रहे हैं। वेंटिलेटर भी केवल ओटी में है। सामान्य मरीजों के लिए जिला अस्पताल में यह व्यवस्था नहीं है, लेकिन बजट में इस पर ध्यान दिया गया है। हर जिला अस्पताल में वेंटीलेटर की सुविधा होगी।
एडवोकेट सर्वजीत सिंह का कहना है कि प्रदेश के लोगों के लिए सभी शारीरिक जांच फ्री होना व कैथ लैब की व्यवस्था किया जाना अच्छी सराहनीय कदम है। इससे मरीजों को काफी फायदा होगा। शिक्षा-चिकित्सा बुनियादी जरूरत है। इसको बेहतर बनाना जरूरी है। बजट में इन दिनों क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया है। बजट में जिन योजनाओं का जिक्र सरकार ने किया है, उनको जल्द प्रभावी ढंग से लागू किया जाना चाहिए।