फसल अवशेषों के प्रबंधन के प्रति जागरूक करें अधिकारी : अरोड़ा
मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने मंडल आयुक्तों उपायुक्तों और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में फसलों के अवशेष जलाने की गतिविधियों पर नियंत्रण रखें। इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक तरीके से फसल अवशेषों के प्रबंधन के प्रति जागरूक करें।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने मंडल आयुक्तों, उपायुक्तों और कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने क्षेत्र में फसलों के अवशेष जलाने की गतिविधियों पर नियंत्रण रखें। इसके लिए किसानों को वैज्ञानिक तरीके से फसल अवशेषों के प्रबंधन के प्रति जागरूक करें।
उन्होंने वीडियो कांफ्रेंस से कहा कि फसल अवशेषों को जलाने के कारण पर्यावरण प्रदूषण की समस्या उत्पन्न होती है। इससे भूमि की उपजाऊ शक्ति भी कम होती है। निरंतर प्रयासों से किसान ऐसे अवशेषों के वैज्ञानिक प्रबंधन के लिए जागरूक हुए हैं। गत वर्ष पहले वर्षों की तुलना में प्रदूषण की मात्रा में कमी भी दर्ज की गई है। किसानों को और अधिक जागरूक करके इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है। पंचायती राज संस्थाओं के माध्यम से समितियां बनाकर भी लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर बल दिया।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि वे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जंयती के अवसर पर प्रदेश में स्वच्छता जागरूकता गतिविधियां चलाए जाने के साथ-साथ लोगों को प्लास्टिक का प्रयोग न करने के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि इसके लिए नगर निगम, नगर परिषद्, नगर पालिका और पंचायत स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के अतिरिक्त प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगाने के लिए चालान इत्यादि की गतिविधियां भी तेज करें। इस अवसर पर डीडीपीओ शंकर लाल गोयल, उप कृषि निदेशक सुरेंद्र यादव, एएई डा. विनित जैन, डीआइपीआरओ हरदीप सिंह आदि उपस्थित थे।