लोगों का गुस्सा देख कश्मीरी छात्र लौटे, जम्मू डीजीपी ले रहे सुध
जागरण संवाददाता, यमुनानगनर : पुलवामा में आतंकी हमले के बाद अब लोगों का गुस्सा कश्मीरियों
जागरण संवाददाता, यमुनानगनर :
पुलवामा में आतंकी हमले के बाद अब लोगों का गुस्सा कश्मीरियों पर बढ़ रहा है। कई शहरों में कश्मीरी छात्रों के खिलाफ प्रदर्शन हुए। बिलासपुर में गणपति इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्र लौट गए, वहीं हरियाणा इंजीनिय¨रग कॉलेज के बाहर भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कॉलेज में घुसकर कश्मीरी छात्रों को यहां से भगाने की मांग की गई। हंगामा होने की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और हंगामा कर रहे खुद को बजरंग दल के सदस्य बता रहे थे। पुलिस ने दीपक और पर¨वद्र को हिरासत में ले लिया। बाद में पुलिस ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा। सुरक्षा के लिहाज से सभी कॉलेजों में पुलिस तैनात है। कॉलेज में आरपीएफ की परीक्षा भी हो रही है। इस वजह से प्रत्येक युवक को घनी तलाशी के बाद ही अंदर जाने दिया जा रहा है। शहर, रादौर और सरस्वती नगर के संस्थानों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलवामा में सीआपीएफ जवानों पर हुए हमले से कश्मीर के छात्र काफी डरे हुए हैं। जिले में कश्मीरी 430 छात्र सहित 490 (60 श्रमिक व कामकाजी) लोग हैं। ये सभी छात्र बिलासपुर के गणपति ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के हॉस्टल में रह रहे थे। अब यहां केवल जम्मू के विद्यार्थी हैं। ये विद्यार्थी कब लौटेंगे, इस बारे में मैनेजमेंट कुछ कहने की स्थिति में नहीं है।
आतंकी हमले की घटना के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है। लोगों में कश्मीरियों के प्रति रोष है। अब देश के विभिन्न हिस्सों में पढ़ाई कर रहे कश्मीरियों के खिलाफ भी प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। उन्हें कॉलेजों से बाहर निकाले जाने की मांग जोर पकड़ रही है। कश्मीरी छात्र भी इस माहौल से डरे हुए हैं। सोमवार को दोपहर बाद हरियाणा इंजीनिय¨रग कॉलेज में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कश्मीरियों के खिलाफ प्रदर्शन किया। बताया जा रहा है कि पहले एक व्यक्ति पहुंचा और कश्मीरियों को कॉलेज से बाहर निकालने की मांग की। बाद में उसके साथ दर्जनों लोग पहुंच गए और कॉलेज के बाहर हंगामा करने लगे। उनके हंगामा करने की सूचना पर पुलिस के हाथ पैर फूल गए, तुरंत जगाधरी सिटी थाने से पुलिस पहुंची। सिटी जगाधरी थाने के कार्यवाहक एसएचओ जयपाल ¨सह ने बताया कि कुछ लोग कॉलेज पर पहुंचे थे। उन्हें वहां से हटाया गया और फिर चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। इन कॉलेजों में हैं कश्मीरी छात्र :
ग्लोबल इंस्टीट्यूट - 57
गणपति इंस्टीट्यूट - 103
हरियाणा इंजीनिय¨रग कॉलेज- 46
यमुना इंस्टीट्यूट - 146
जेएमआइटी - 14
खालसा - 01
नेशनल पॉलिटेक्निक - 4
महर्षि वेदव्यास - 34
डीएवी डेंटल - 06
जेपी कॉलेज - 10
नर्सिंग कॉलेज - 20
जिले में कश्मीरी 430 छात्र सहित 490 (60 श्रमिक व कामकाजी) लोग हैं।
(ये डाटा पुलिस विभाग के रिकॉर्ड से लिया है।) हालात सामान्य होने लौटने की उम्मीद नहीं
जम्मू के एक विद्यार्थी ने बताया कि इस वक्त हॉस्टल में कश्मीर का कोई छात्र नहीं है। वे वापस कब आएंगे, कुछ पता नहीं। उनके अनुसार एक-दो छात्रों से बात भी हुई थी, जिन्होंने बताया कि हालात सामान्य होने तक वे नहीं लौटेंगे। उन्हें हमले का डर है। वे अपने घर सुरक्षित हैं। दिक्कत कोई नहीं फिर भी डर
रादौर के शिक्षण संस्थान में पढ़ाई कर रहे कश्मीर के छात्र से बात की गई तो उसका कहना है कि उनको कोई दिक्कत नहीं है। तरह-तरह की बातें सुनकर दिल जरूर घबराता है। उनके परिजन भी बार-बार उनसे संपर्क कर रहे हैं। संस्थान की ओर से अच्छा माहौल मिल रहा है। जम्मू डीजीपी भी कॉलेज के संपर्क में
देश में कुछ जगह कश्मीरी छात्रों पर हमला होने के बाद जम्मू प्रशासन भी हरकत में है। बिलासपुर के अलावा रादौर क्षेत्र के कॉलेजों में जम्मू और कश्मीर दोनों जगहों के छात्र बीटेक और फार्मेसी कर रहे हैं। जम्मू प्रशासन को इन कॉलेजों में पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा की ¨चता सता रही है। इसलिए सुबह और रात को जम्मू के डीजीपी यमुनानगर प्रशासन के साथ-साथ कॉलेज मैनेजमेंट के संपर्क में हैं। कश्मीरी छात्रों का डाटा जुटा रहा खुफिया तंत्र
बताया जा रहा है कि पुलवामा हमले के बाद जिला प्रशासन के साथ-साथ खुफिया तंत्र भी अलर्ट है। खुफिया तंत्र जिले में रहने वाले कश्मीरी छात्रों का डाटा जुटा रहा है। इसके लिए न केवल कॉलेज में जाकर इनकी जानकारी जुटाई जा रही है। किराये पर रहने वाले छात्रों के मकान मालिकों से संपर्क किया जा रहा है। अब तक 490 का डाटा जुटा चुके हैं। सीवर लाइन का काम बंद कराया
साढौरा में दो दिन पहले कश्मीर लोगों को वापस भेजने की आवाज उठ चुकी है। यहां पर कश्मीर के लोग सीवर लाइन बिछाने का काम कर रहे थे। बाद में उन्होंने काम बंद कर दिया। हालांकि इसके अलावा अभी तक किसी भी संस्थान से किसी भी तरह की दिक्कत की बात सामने नहीं आई। पुलिस भी कर रही गश्त : एसएचओ
थाना बिलासपुर एसएचओ सुनील ने बताया कि क्षेत्र के जितने भी कॉलेजों में जम्मू और कश्मीर के छात्र पढ़ रहे हैं। उन्हें किसी तरह की दिक्कत नहीं है। सभी सुरक्षित हैं। कॉलेजों के अंदर और आसपास पुलिस समय-समय पर गश्त कर रही है। सभी कॉलेज संचालकों से कहा गया है कि यदि किसी तरह की दिक्कत है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। केवल जम्मू के छात्र हैं यहां : चेयरमैन
गणपति इंस्टीट्यूट बिलासपुर के चेयरमैन मनीष ¨बद्रा ने बताया कि इस वक्त हमारे पास केवल जम्मू के छात्र रह गए हैं। कश्मीर के छात्र अपने घर पर ही हैं। जिस तरह से सोशल मीडिया पर कश्मीरी छात्रों को लेकर बातें की जा रही है उससे कहीं न कहीं वे डरे हुए हैं। उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। वे वापस तो आएंगे लेकिन कब तक इस बारे कुछ कहा नहीं जा सकता। नाचरौन में हो चुका कश्मीरियों से विवाद :
करीब चार साल पहले नाचरौन के ग्लोबल इंस्टीट्यूट में रहने वाले कश्मीरी छात्रों के साथ विवाद हो गया था। विवाद बीफ का रैपर मिलने के बाद शुरू हुआ। उस समय ¨हदू संगठनों ने कश्मीरी छात्रों का विरोध करते हुए यहां से निकालने की मांग की। मारपीट भी हुई थी। इसके बाद कुछ छात्रों ने यहां से जाने का मन बना लिया। प्रशासन ने उन्हें सुरक्षा के बीच यहां से निकाला था।