जजपा जिलाध्यक्ष का बेटा नहीं आया हाथ, अग्रिम जमानत याचिका पर दो को सुनवाई
यमुनानगर दमोपुरा में खनन के ओवरलोड वाहनों को रोकने पर ग्रामीणों को पिस्टल दिखाने का आरोपी अब तक पकड़ में नहीं आया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
दमोपुरा में खनन के ओवरलोड वाहनों को रोकने पर ग्रामीणों को धमकी देने के मामले में जजपा जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह का बेटा भूपेंद्र सिंह व एक अन्य सचिन फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में रेड कर रही है, लेकिन वह हाथ नहीं आ सके। वहीं भूपेंद्र ने कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका लगाई है। जिस पर दो नवंबर को सुनवाई होगी। इस मामले में पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा इजाद की है। जिससे भूपेंद्र सिंह को अग्रिम जमानत मिलना मुश्किल हो सकता है। इस मामले में पुलिस पहले ही दो आरोपित बूड़िया निवासी रामकुमार व अनिल को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। इस विवाद के दौरान ही आरोपित रामकुमार ने गृह मंत्री के ओएसडी के नाम से फर्जी कॉल कर बूड़िया थाना प्रभारी लज्जा राम को धमकाया था। यह मामला अलग से दर्ज है। यह था विवाद : 26 अक्टूबर की रात को गांव दमोपुरा में ग्रामीणों ने ओवरलोड वाहनों को रोकने के लिए रास्ता बंद कर रखा था। इसी दौरान भूपेंद्र सिंह फॉरच्यूनर कार में आया और ग्रामीणों को धमकी दी। रिकू नाम के युवक को जान से मारने की धमकी दी। बीच बचाव में पुलिस आई, तो बूड़िया थाना प्रभारी लज्जा राम को भी पिस्टल दिखाई। जिसे थाना प्रभारी ने उसके हाथ से छीना। इस पूरे मामले का वीडियो भी वायरल हुआ था। साथ ही ओएसडी के नाम से फर्जी कॉल करने की ऑडियो भी वायरल हुई थी।