फिल्म पानीपत को दिखाने पर रोक लगाने जाटों का प्रदर्शन
फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के बारे में दिखाए गए तथ्यों को गलत बताते हुए जाट समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान लघु सचिवालय में सीएम के नाम नायब तहसीलदार ओमप्रकाश को ज्ञापन दिया गया। उसमें कहा गया कि फिल्म को लेकर जाटों में रोष पनप रहा है। ऐसे में इस फिल्म के प्रदर्शन पर सरकार तुरंत रोक लगाए। साथ ही फिल्म के निर्माताओं के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : फिल्म पानीपत में महाराजा सूरजमल के बारे में दिखाए गए तथ्यों को गलत बताते हुए जाट समाज के लोगों ने प्रदर्शन किया। इस दौरान लघु सचिवालय में सीएम के नाम नायब तहसीलदार ओमप्रकाश को ज्ञापन दिया गया। उसमें कहा गया कि फिल्म को लेकर जाटों में रोष पनप रहा है। ऐसे में इस फिल्म के प्रदर्शन पर सरकार तुरंत रोक लगाए। साथ ही फिल्म के निर्माताओं के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
सोमवार को कपालमोचन जाट धर्मशाला में समाज के लोगों की बैठक हुई। उसमें सभा के प्रधान चौधरी जगीर सिंह ने कहा कि पानीपत फिल्म में महाराजा सूरजमल के बारे में गलत तथ्य दिखाए गए हैं। जिससे उनके उच्च चरित्र और सम्मान को नीचा दिखाया गया है। इससे जाटों के सम्मान को भी ठेस पहुंची है। इस फिल्म में दिखाए गए तथ्यों से उत्तर भारत के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। यदि फिल्म के प्रदर्शन पर रोक नहीं लगी, तो जाट आंदोलन करने को मजबूर होंगे। बैठक के बाद जाट समाज के लोगों ने लघु सचिवालय में प्रदर्शन किया। इस मौके पर सुरेश कुमार, प्रदीप, मोहिद्र सिंह, जरनैल सिंह, चूहडराम, अमरजीत सिंह, चौधरी मान सिंह, जगमाल सिंह आदि मौजूद रहे।