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जानू हत्याकांड : मुख्य आरोपित से नहीं हो सकी रिकवरी, फिर बढ़ा दो दिन का रिमांड

वाल्मीकि समाज के नेता राजेंद्र वाल्मीकि के बेटे चूना भट्टी निवासी जानू हत्याकांड में गिरफ्तार मनोज उर्फ शंटी का पुलिस रिमांड फिर से बढ़ाया गया है। पुलिस ने उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया हुआ था लेकिन उससे कोई रिकवरी नहीं हो सकी। अन्य आरोपितों के बारे में भी पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 May 2022 01:34 AM (IST)Updated: Mon, 16 May 2022 01:34 AM (IST)
जानू हत्याकांड : मुख्य आरोपित से नहीं हो सकी रिकवरी, फिर बढ़ा दो दिन का रिमांड
जानू हत्याकांड : मुख्य आरोपित से नहीं हो सकी रिकवरी, फिर बढ़ा दो दिन का रिमांड

-15 अप्रैल की रात को हुई थी जानू की हत्या फालोअप जागरण संवाददाता, यमुनानगर : वाल्मीकि समाज के नेता राजेंद्र वाल्मीकि के बेटे चूना भट्टी निवासी जानू हत्याकांड में गिरफ्तार मनोज उर्फ शंटी का पुलिस रिमांड फिर से बढ़ाया गया है। पुलिस ने उसे तीन दिन के रिमांड पर लिया हुआ था, लेकिन उससे कोई रिकवरी नहीं हो सकी। अन्य आरोपितों के बारे में भी पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका। पुलिस के मुताबिक, आरोपित वारदात को अंजाम देने के बाद विदेश चला गया था। जबकि उसके अन्य साथी सचिन पंडित व सुमित राणा अलग कही छिप गए थे। स्पेशल इंस्वेस्टीगेशन टीम के सदस्य एसआइ राजेश राणा ने बताया कि आरोपित मनोज से कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका। उससे कोई रिकवरी भी नहीं हो सकी। इसलिए उसे दो दिन के और रिमांड पर लिया गया है। वहीं पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपित मनोज व सचिन पंडित के साथ जानू वाल्मीकि की अवैध शराब को लेकर रंजिश थी। इसके अलावा दो साल पहले होली के दिन सचिन पंडित पर भी जानू वाल्मीकि व उसके साथियों ने हमला कर घायल कर दिया था। जिससे यह रंजिश और बढ़ गई थी। इसी रंजिश में 15 अप्रैल को शादी समारोह से बाहर निकलते हुए जानू वाल्मीकि की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इससे पहले भी तीनों बदमाश 30 दिसंबर को जानू पर हमला करा चुके थे। उसे गोलियां मारी गई थी। जिसमें वह गंभीर रुप से घायल हुआ था। इसमें भी आरोपितों पर केस दर्ज हुआ था, लेकिन पुलिस उन्हें नहीं पकड़ सकी थी। आरोपित मनोज चला गया था विदेश : पुलिस के मुताबिक, वारदात को अंजाम देने के बाद मनोज 18 अप्रैल को अजरबजान चला गया था। पुलिस ने पासपोर्ट की जांच कराई, तो उसके विदेश जाने का पता लगा। इसके बाद पुलिस ने उसके डिपोट कराने की प्रक्रिया शुरू की। साथ ही उसके रिश्तेदारों व स्वजनों पर दबाव बनाया। जिसकी भनक उसे लग गई, तो वह वापस लौट आया था और अपने पैतृक गांव उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के गांव झबीरन में छिप गया था। पुलिस ने उसे यहीं से गिरफ्तार किया है।

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