स्कूलों में चल रही बोर्ड की परीक्षाएं, खुली मिली फोटोस्टेट की दुकानें
परीक्षा केंद्रों के बाहर नहीं दिखाई दी पर्याप्त व्यवस्था सड़क किनारे खड़े होकर परीक्षार्थी
जागरण संवादददाता, यमुनानगर : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी और सीबीएसई की ओर से परीक्षाएं ली जा रही हैं। इसके लिए जिले में 100 से ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाए हैं। परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को होने वाली दिक्कतों का जायजा लेने के लिए विभिन्न परीक्षा केंद्रों का दौरा किया। इस दौरान परीक्षार्थियों की दिक्कतें सामने आई। 11.20 बजे एमएलएन स्कूल
एमएलएन स्कूल के नजदीक दौरा किया गया। यहां स्कूल के बाहर कोई परीक्षार्थी नजर नहीं आया। केंद्र के बाहर काफी संख्या में वाहन खड़े थे। इस कारण आवागमन में दिक्कत हो रही थी। ये यहां का मुख्य परीक्षा केंद्र बना है। इसमें ओपन बोर्ड की परीक्षा भी हो रहीं हैं। परीक्षा के दौरान फोटो स्टेट की दुकानें बंद रखने के आदेश प्रशासन की ओर से की गई थी। लेकिन यहां स्थित सभी दुकानें खुली थीं। इन पर आदेशों का कोई असर नजर नहीं आया। ट्रैफिक संचालन के कोई पुलिसकर्मी दिखाई नहीं दिया। 12.15 सरस्वती स्कूल जगाधरी
यहां काफी संख्या में बच्चे स्कूल के बाहर खड़े थे। छछरौली-पांवटा हाईवे होने के कारण यहां वाहनों का दबाव ज्यादा रहता है। सड़क पार करने के लिए पांच से सात मिनट का समय लगता है। वाहनों की रफ्तार भी तेज रहती है। उसके बाद भी यहां कोई संकेत बोर्ड नजर नहीं आया, जिस पर लिखा हो कि आगे स्कूल है। वाहन की गति धीमी रखे। लक्कड़ मंडी भी यहीं हैं। लकड़ी से लदी ट्रैक्टर ट्राली का सड़क पर कब्जा रहता है। स्कूल की ओर से एक कर्मी बाहर तैनात किया गया था। इसका ट्रैफिक से कोई सरोकार नहीं था। ये बच्चों को परिसर के अंदर भेजने का काम कर रहा था। 1.15 बजे स्वामी विवेकानंद स्कूल
स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल सेक्टर 17 में है। यहां सीबीएसइ की परीक्षाएं हो रहीं है। परीक्षा का समय दोपहर का है। दूसरे स्कूलों से भी बच्चे परीक्षा देने आए हुए थे। बच्चों की सुविधा के लिए सूल प्रशासन की ओर से दो गेट खोले हुए थे। उसके बाद भी बच्चे सड़क पर खड़े होकर परीक्षा का समय होने का इंतजार कर रहे थे। बता दें कि ये मार्ग भी व्यस्त रहता है। हजारों की संख्या में वाहन चालक इस मार्ग से होकर निकलते हैं। यहां भी सुरक्षा के इंतजाम पर्याप्त दिखाई नहीं दिए। यहां खड़े परीक्षार्थी विवेक ने बताया कि परीक्षा में अभी समय है। इसलिए बाहर खड़े होकर इंतजार करना मजबूरी है।