इशान का बहादुरी से चमका था देश में नाम
सावनपुरी निवासी इशान शर्मा की बहादुरी की पूरे देश में चर्चा हो चुकी है। धोखाधड़ी का शिकार हुई रशियन युवती तितवा एलन की मदद करने पर इशान शर्मा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविद बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित कर चुके हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
सावनपुरी निवासी इशान शर्मा की बहादुरी की पूरे देश में चर्चा हो चुकी है। धोखाधड़ी का शिकार हुई रशियन युवती तितवा एलन की मदद करने पर इशान शर्मा को राष्ट्रपति रामनाथ कोविद बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित कर चुके हैं। वह 26 जनवरी 2020 में इंडिया गेट पर होने वाली परेड में भी शामिल हुए थे। अब ईशान 11वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं। इसके साथ ही वह एमबीबीएस की तैयारी कर रहे हैं। दसवीं में भी उनके 96 प्रतिशत अंक आए थे। अब वह चंडीगढ़ में कोचिग ले रहे हैं। इशान का कहना है कि वह शुरू से ही लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहते हैं। यह सम्मान मिलने के बाद वह खुद को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं। इसके बाद से वह खुद को अधिक जिम्मेदार समझने लगे हैं। इसलिए मिला था पुरस्कार :
पंचकूला के रत्तेवाला निवासी दीपक से शादी करने के लिए 18 जुलाई को रूस के मास्को निवासी तितवा एलन भारत आ गई थी। दीपक से उसकी फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। दीपक ने उसे वेलवेस्टा पंचकूला होटल और जीरकपुर के शगुन होटल में रखा। 24 जुलाई 2019 को वह उसे सावनपुरी जगाधरी लेकर आया और यहां पर उससे 14606 डालर और मोबाइल लेकर फरार हो गया था। परेशान तितवा को ईशान ने देखा, तो वह उसे अपने घर लेकर आया। गूगल ट्रांसलेटर की मदद से उसकी भाषा समझी और बात की थी। इसके बाद ही पुलिस को बताया गया था। रात को ही पुलिस इशान के घर पहुंची और रशियन युवती की शिकायत पर केस दर्ज किया था। इस दौरान कई दिन तक रशियन युवती यहां रही थी। हर रोज इशान व उसका परिवार उससे मिलने जाता था। इसी आधार पर इशान को इस पुरस्कार के लिए चुना गया था। इशान के पिता सरस्वती शुगर मिल में फार्मासिस्ट हैं और मां रेणूका शर्मा लेदी के सरकारी स्कूल में विज्ञान की अध्यापिका हैं।