विकास कार्यो की गुणवत्ता कितनी, अब सरकारी लैब से चलेगा पता
नगर निगम एरिया में चल रहे विकास कार्यों की जांच अब थर्ड पार्टी नही करेगी। इसके टेंडर रद करने के प्रस्ताव हाउस की बैठक में पास किए गए और अब इनका टेंडर रद किया जाएगा।
संजीव कांबोज, यमुनानगर : नगर निगम एरिया में चल रहे विकास कार्यों की जांच अब थर्ड पार्टी नहीं करेगी। हाउस की बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद अधिकारी एजेंसी का वर्क ऑर्डर खत्म करने की तैयारी में हैं। अब तक यह जांच प्रोटेक कंसरटियम नाम की एजेंसी कर रही है। हालांकि इसमें रिटायर अधिकारी ही शामिल हैं, लेकिन, अब यह काम सरकारी लैब से करवाए जाने का निर्णय लिया है। थर्ड पार्टी जांच अब पॉलिटेक्निक दामला, नीलोखेड़ी, एनआइटी कुरुक्षेत्र या अन्य किसी सरकारी लैब से ही कराए जाने की योजना है। दावा है कि ऐसी व्यवस्था करने से पारदर्शिता भी आएगी और एजेंसी को अदा किए जाने वाला बजट भी बचेगा। यह है थर्ड पार्टी
निगम एरिया में विकास कार्यों की गुणवत्ता की जांच के लिए एजेंसी हायर है। इसमें किसी न किसी विभाग से रिटायर अधिकारी होते हैं। जिसे थर्ड पार्टी का नाम दिया हुआ है। गुणवत्ता जांच की एवज में एजेंसी को प्रति सौ रुपये पर 42 पैसे दिए जाते हैं। यमुनानगर-जगाधरी नगर निगम की बात की जाए तो दो सदस्य जांच करते हैं। जिस दौरान कार्य चल रहा होता है, उसी दौरान जांच कर रिपोर्ट अधिकारियों को दी जाती है। यह उठते हैं सवाल
विकास कार्यो की गुणवत्ता जांच का जिम्मा थर्ड पार्टी को दिए जाने पर कई बार सवाल उठ चुके हैं। पार्षदों का कहना है कि जब निगम के पास स्थाई व अस्थाई जेई, एसडीओ, एक्सईएन, एमई व एसई हैं तो विकास कार्यों की जांच अन्य अधिकारियों से क्यों कराई जाए और लाखों रुपये क्यों खर्च किए जाए रहे हैं। एक ओर अधिकारियों की जुबां पर यह बात रहती है कि विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं है, वहीं दूसरी ओर एजेंसी को हर वर्ष मोटी रकम दी जा रही है। इसके अलावा नव निर्मित सड़कों के धंस जाने की शिकायतें भी लगातार आ रही हैं। गत दिनों हाउस की बैठक में यह मुद्दा गंभीरता से उठाया गया था। 100 करोड़ से अधिक कार्य चल रहे
यमुनानगर-जगाधरी में इन दिनों 100 करोड़ से अधिक के काम चल रहे हैं। इनमें सीएम, अमरुत और अन्य योजनाओं से संबंधित काम शामिल हैं। अधिकांश काम सड़कों के निर्माण के हैं। लगभग हर वार्ड की किसी न किसी कालोनी में काम चल रहा है। ऐसा भी नहीं है कि गुणवत्ता पर सवाल न उठते हों। गत दिनों वार्ड आठ से पार्षद विनोद मरवाह ने इंटर लॉकिग टाइलों को दोयम दर्जे की बताते हुए अधिकारियों को शिकायत दी थी। हाउस की बैठक में पास हुआ था प्रस्ताव
थर्ड पार्टी जांच प्रोटेक कंसरटियम नाम की एजेंसी कर रही है। हाउस की बैठक में यह प्रस्ताव पास हो गया है कि संबंधित एजेंसी का वर्क आर्डर रद किया जाए। अब यह काम पॉलिटेक्निक दामला, नीलोखेड़ी, एनआइटी कुरुक्षेत्र या अन्य किसी सरकारी लैब से ही कराने का निर्णय लिया गया है।
मदन चौहान, मेयर।