हर व्यक्ति तक जल्द पहुंचे स्वास्थ्य सेवाएं, सीएम ने दिए आदेश
सीएम मनोहर लाल ने वीडियो कांफ्रेस के जरिए निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाओं को प्रमुख्ता से हल किया जाए।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : सीएम मनोहर लाल ने वीडियो कांफ्रेस के जरिए निर्देश दिए कि स्वास्थ्य सेवाएं हर व्यक्ति तक जल्द से जल्द सुनिश्चित की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर संक्रमित लोगों की स्क्रीनिग के कार्य को और अधिक गति प्रदान करने के साथ-साथ प्रदेश में ब्लैक फंगस के मामलों पर भी बारीकी से नजर रखें।
मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेस के बाद अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी के सामूहिक प्रयासों से कोरोना संक्रमण की दर में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है लेकिन इस बीमारी को लेकर किए जा रहे प्रयासों में किसी भी स्तर पर ढील नहीं बरती जानी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना संक्रमित पाए गए लोगों को घरों में रहने के लिए प्रेरित करें। इसके लिए मुनादी के माध्यम से लोगों को सूचना देने के साथ-साथ गांव के प्रबुद्ध लोगों का सहयोग भी लें। उन्होंने कहा कि हरियाणा सहित देश के विभिन्न राज्यों में ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं। यह फंगस ऐसे लोगों में अधिक पाई जा रही है जो कोरोना संक्रमित रह चुके है। स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित करें कि जिला के किसी भी राजकीय अथवा निजी अस्पताल में ऐसे मामले आने पर उसकी रिपोर्टिग तुंरत होनी चाहिए और इसकी जानकारी उपायुक्त कार्यालय में भी उपलब्ध करवाएं। डीएपी खाद पर सब्सिडी से किसानों को राहत : कंवरपाल
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : डीएपी खाद पर सब्सिडी से किसानों को बड़ी राहत मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी देकर किसान हितैषी होने का सबूत दिया है। यह बात शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवर पाल ने कही।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमेशा किसानों के साथ रही है। उनके हितों की रक्षा के लिए हमेशा साथ रहेगी। चाहे पीएम किसान योजना के तहत 20000 करोड़ रुपये सीधे किसानों के खाते में पहुंचाने की बात हो या फिर रासायनिक खाद पर 80,000 करोड रुपये की सब्सिडी देने की बात हो, केंद्र सरकार कभी पीछे नहीं हटी। न ही हटेगी। उन्होंने कहा कि किसानों के हितों की रक्षा हमेशा प्राथमिकता थी और रहेगी। डीएपी खाद का मूल्य पहले 1700 रुपये प्रति बैग था जिस पर केंद्र सरकार आमतौर पर प्रति बैग 500 रुपये की सब्सिडी देती आई है। इसलिए किसान को डीएपी खाद का एक बैग 1200 रुपये में मिलता था। बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीएपी खाद की कीमतों में आई उछाल के बाद इसकी कीमत 2400 रुपये प्रति बैग तक पहुंच गई। इस मौके पर जिला मीडिया प्रभारी कपिल मुनीष गर्ग भी उपस्थित थे।