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यूजीसी ग्रेड पर पुरुष प्राध्यापकों की नियुक्ति पर नोटिस

महिला उम्मीदवारों के हकों और हितों का किया हनन जागरण संवाददाता यमुनानगर एडवोके

By JagranEdited By: Published: Thu, 21 Feb 2019 07:41 PM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 01:58 AM (IST)
यूजीसी ग्रेड पर पुरुष प्राध्यापकों की नियुक्ति पर नोटिस
यूजीसी ग्रेड पर पुरुष प्राध्यापकों की नियुक्ति पर नोटिस

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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एडवोकेट जीडी गुप्ता ने डीएवी ग‌र्ल्स कॉलेज में यूजीसी ग्रेड पर चार पुरुष प्राध्यापकों की नियुक्ति करने में नियमों को ताक पर रखने का आरोप लगाया है। यह आरोप कॉलेज की पूर्व प्राचार्या सुषमा आर्य पर लगा है। इसके लिए जीडी गुप्ता ने पूर्व प्राचार्या, कॉलेज प्रबंधक कमेटी, विश्वविद्यालय, निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति को कानूनी नोटिस भेजा है, जिसका उन्हें जवाब नहीं दिया गया। अब उन्होंने इस मामले में न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने की बात कही है। वहीं, इस बारे में कार्यवाहक प्राचार्या विभा गुप्ता से कॉलेज और प्रबंधक कमेटी का पक्ष जाने के लिए संपर्क किया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।

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जीडी गुप्ता का कहना है कि शहर के डीएवी ग‌र्ल्स कॉलेज में प्राचार्या सुषमा आर्य ने अपने कार्यकाल में चार पुरुष प्राध्यपकों की नियुक्ति यूजीसी ग्रेड में की थी, जबकि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कैलेंडर की धारा 10 (3) के तहत ऐसी कोई नियुक्ति से पहले पूर्ण स्पष्टीकरण देकर कुलपति की अनुमति लेना आवश्यक है। परंतु सुषमा आर्य ने उक्त कानून की उल्लंघना करके अपने कार्यकाल में चार पुरुष प्राध्यपकों की नियुक्ति यूजीसी स्केल में की थी। इनको दिया नोटिस

जीडी गुप्ता ने एक कानूनी नोटिस मौजूदा प्राचार्य, प्रबंधक कमेटी, विश्वविद्यालय, निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग को दिया था। कोई जवाब न आने पर वकील ने एक स्मरण पत्र केसी शर्मा कुलपति कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय को 13 दिसंबर 2018 को भेजा। जिसकी प्रति मौजूदा प्राचार्य, प्रबंधक कमेटी और निदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग को भेजी। इसके बाद एक और स्मरण पत्र 19 जनवरी को सभी संबंधित अधिकारियों को भेजा, परंतु अभी तक कोई जवाब नहीं आया। आरोप है कि उक्त नियुक्तियां कर महिला उम्मीदवारों के हकों और हितों का हनन किया गया है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सशक्रीकरण पर जोर दे रहे हैं। फोटो :: 16

नियुक्ति करने का पूरा अधिकार है : आर्य

पूर्व प्राचार्या सुषमा आर्य का कहना है कि नियम के मुताबिक किसी भी महिला कॉलेज में 25 प्रतिशत पुरुष स्टाफ को रखा जा सकता है। सभी भर्ती नियमानुसार की गई है। हमें नियुक्ति करने का पूरा अधिकार है। यदि कोई नियुक्ति गलत हुई है तो उसको मैनेजमेंट देखेगा।


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