सीएनजी से चलेगी इंडस्ट्री, डीजल की खपत कम होने से पर्यावरण को भी फायदा
डीजल खपत कम होने से व्यापारियों को होगा लाखों का फायदा पहले यमुनानगर और फिर जगाधरी म
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : शहर की मेटल और प्लाइवुड इंडस्ट्री जल्द ही सीएनजी से चलाने की तैयारी हो रही है। उद्योगों तक सीएनजी पहुंचने से प्रदूषण तो कम होगा ही, साथ ही डीजल पर खर्च होने वाला खर्च भी कम होगा। इंडस्ट्री को सीएनजी से चलाने पर व्यापारियों ने भी सहमति जता दी है। इस बारे में व्यापारी सीएनजी सप्लाई करने वाली भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन के अधिकारियों से भी मिल चुके हैं। लाखों लीटर डीजल की होती है खपत
मेटल प्लाइवुड फैक्ट्रयों में हर रोज लाखों लीटर डीजल की खपत होती है। भट्ठी का इस्तेमाल का मेटल को गलाने और चैंबर में प्लाई की नमी को सुखाने के लिए किया जाता है। डीजल की खपत ज्यादा होने से काफी मात्रा में प्रदूषण होता है। व्यापारियों को डीजल स्टोर करके भी रखना पड़ता है। एक से दो कर्मचारी तो डीजल की सप्लाई करने और इसके स्टॉक के लिए ही रखना पड़ता है। परंतु सीएनजी से भट्ठी और चैंबर चलाने से स्टॉक रखने का झंझट और स्पेशल कर्मचारी तैनात करने की परेशानी खत्म हो जाएगी, क्योंकि मीटर री¨डग के हिसाब से बिल आएगा। जिला में 1100 से 1200 ऐसी औद्योगिक इकाइयां हैं। इनमें डीजल की काफी खपत होती है। पहले यमुनानगर में होगी सप्लाई
सीएनजी की सप्लाई सबसे पहले यमुनानगर के इंडस्ट्रियल एरिया में की जाएगी, क्योंकि यहां पर सभी फैक्ट्रियां एक ही जगह पर हैं। इसके बाद जगाधरी का नंबर आएगा। जगाधरी में दिक्कत ये है कि मेटल इंडस्ट्री बिखरी पड़ी है। काफी फैक्ट्रियां कॉलोनियों के बीच में स्थापित हैं। मानकपुर इंडस्ट्रियल एरिया में अभी सीएनजी सप्लाई करने में लंबा समय लग सकता है, क्योंकि मानकपुर जगाधरी से कई किलोमीटर दूर है। इसके अलावा पाइप लाइन बिछाने वाली कंपनी को वन विभाग व नेशनल हाईवे समेत अन्य विभागों से एनओसी भी नहीं मिल रही है। बिना एनओसी मिले लाइन बिछाना मुश्किल है। पहले विफल हो चुकी है योजना
सीएनजी से उद्योग चलाने की योजना कई साल पहले भी बन चुकी है परंतु यह सिरे नहीं चढ़ सकी। सीएनजी सप्लाई के लिए बकायदा गेल कंपनी से एमओयू भी साइन हो चुका था। सरकार ने व्यापारी से 60 हजार से एक लाख रुपये तक एडवांस में भी लिए थे। परंतु सरकार सीएनजी से उद्योग चलाने में कामयाब नहीं हो सकी। इसलिए सरकार को सभी व्यापारियों के रुपये वापस करने पड़े थे। तब व्यापारियों ने सरकार की नीयत पर काफी सवाल उठाए थे। सीएनजी मिलेगी तो फायदा होगा : भारत गर्ग
चैंबर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष भारत गर्ग का कहना है कि यदि उद्योगों में सीएनजी सप्लाई होती है तो इसका फायदा ही होगा। इससे प्रदूषण कम होने से पर्यावरण को फायदा होगा। हर रोज लाखों लीटर डीजल की खपत भी घट जाएगी। सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए क्योंकि पूर्व सरकार के समय में सीएनजी सप्लाई की योजना विफल हो चुकी है। जल्द लाइन दबाई जाएगी : हरनीत ¨सह
भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लि. के सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन इंचार्ज हरनीत ¨सह का कहना है कि शहर में गैस पाइप लाइन दबाने का काम चल रहा है। इंडस्ट्री में भी जल्द ही लाइन दबाई जाएगी। व्यापारियों ने सीएनजी से उद्योग चलाने की इच्छा जताई है।