मांग पत्र देने के बावजूद नहीं मानने पर कर्मचारी कर रहे आंदोलन : लाल बचन
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लंबित मांगे पूरा नहीं करने से पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने आंदोल
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लंबित मांगे पूरा नहीं करने से पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने आंदोलन का बिगुल फूंक दिया। मंगलवार को जिला सचिवालय में रोष प्रदर्शन कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। यूनियन नेताओं ने कहा कि आंदोलन नौ मार्च तक प्रदेश के सभी जिलों में किया जाएगा।
जिला प्रधान लाल बच्चन चौधरी ने कहा कि कर्मचारी लंबे समय से मांगों के लिए शांतिपूर्वक संघर्ष कर रहे हैं। बार-बार मांग पत्र देने के बावजूद सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया।मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। समय रहते मांगे मान ली जाती, तो आंदोलन की नौबत न आती। नौ मार्च तक प्रदेशभर के सभी जिलों में प्रदर्शन किया जाएगा। मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपें जाएंगे। यूनियन की मांग है केंद्र के सामान वेतन व सभी भत्ते लागू किए जाएं। टर्म अपाइटमेंट कॉट्रेक्ट पार्ट टाइम बेस पर लगे सभी कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये मासिक दिया जाए। 240 दिन की सेवा के बाद कर्मचारी को नियमित किया जाए। मेडिकल कैशलेस सुविधा दी जाए। सेवानिवृत्ति की आयु 58 से बढ़ाकर 60 वर्ष की जाए। निजी व ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर खाली पदों पर नियमित भर्ती की जाए। ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर पांच लाख रुपये अनुदान राशि दी जाए। तृतीय श्रेणी कर्मचारियों को एक हजार रुपये वाहन भत्ता दिया जाए। जेई के पद पर पांच प्रतिशत कोटा फिक्स किया जाए। प्रतिमाह सात तारीख से पहले वेतन दिया जाए। फील्ड कर्मचारियों की हाजिरी बायोमेट्रिक से न लगाई जाए। पीडब्ल्यूडी कर्मचारी जमींदारा पेट्रोल पंप के नजदीक टंकी वाले नलकूप पर एकत्रित हुए। यहां से प्रदर्शन करते हुए जिला सचिवालय पहुंचे। प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने सरकार विरोधी नारे लगाए। उन्होंने मांगे मानने तक संघर्ष करने की चेतावनी दी। प्रदर्शन में कर्मचारी हाथों में बैनर लिए हुए थे।