सरकार के पैनल पर आया गाबा अस्पताल, सरकारी कर्मियों व उनके आश्रितों को मिलेगा इलाज
अब सरकारी कर्मचारियों को बेहतर इलाज के लिए दूसरे जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें गाबा अस्पताल में ही निश्शुल्क इलाज मिलेगा। सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों के निश्शुल्क इलाज के लिए गाबा अस्पताल को नामित किया गया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
अब सरकारी कर्मचारियों को बेहतर इलाज के लिए दूसरे जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें गाबा अस्पताल में ही निश्शुल्क इलाज मिलेगा। सरकार की ओर से सरकारी कर्मचारियों के निश्शुल्क इलाज के लिए गाबा अस्पताल को नामित किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश के तीन अन्य अस्पतालों का भी चयन किया गया है। गाबा अस्पताल के संचालक बीएस गाबा ने बताया कि डीजी हेल्थ की ओर से उन्हें इस संबंध में पत्र मिल गया है। सरकार ने जिन बीमारियों के लिए पैनल पर लिया है। उन्हीं बीमारियों का यहां पर इलाज किया जाएगा। प्रदेश के किसी भी जिले का सरकारी कर्मचारी उनके यहां पर इलाज करवा सकता है।
सरकारी कर्मचारियों को निश्शुल्क इलाज की सुविधा देने के लिए सरकार चार नए प्राइवेट अस्पतालों को नामित किया है। इनमें यमुनानगर जिले से गाबा अस्पताल को पैनल पर अधिकृत किया गया है। इसके अलावा ग्रेवाल अस्पताल चंडीगढ़, पीसी शर्मा आइ हॉस्पिटल अंबाला, आरजे सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल झज्जर के नाम भी पैनल पर लिए गए हैं।
इन बीमारियों का होगा इलाज
गाबा अस्पताल में जनरल मेडिसीन, जरनल सर्जरी, मेडिकल गेस्ट्रॉलॉजी, ऑब्सट्रीज व गायनाकॉलॉजी, ऑर्थोपैडिक सर्जरी, पीडियाट्रिक्स सर्जरी, नेफरोलॉजी, न्यूरो सर्जन, यूरोलॉजी के इलाज की सुविधा मिलेगी।
पैनल पर आने से मिलेगा फायदा
सरकारी कर्मचारियों को इलाज के लिए प्रदेश के दूसरे जिलों में जाना पड़ता था, क्योंकि यहां पर कोई भी अस्पताल पैनल पर नहीं था। अब गाबा अस्पताल में सरकारी कर्मचारियों व उनके आश्रितों को अच्छा इलाज मिलेगा।