35 लाख से वाटर कूलर व खेलों का सामान खरीदने की फाइल दो साल से अलमारी में बंद
यमुनानगर जिला परिषद हाउस की बैठक में वर्ष 2018 में वार्डों में वाटर कूलर की फाइल अटक गई है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिला परिषद हाउस की बैठक में वर्ष 2018 में वार्डों में वाटर कूलर व युवाओं को खेलों का सामान देने का प्रस्ताव पास किया गया था। दो साल में पार्षद कई बार अधिकारियों से इस बारे में बात भी कर चुके हैं। इसके बावजूद फाइल आगे नहीं सरक सकी है। इस प्रस्ताव की फाइल जिला परिषद की अलमारी में बंद है। पार्षदों की बात को अनसुना किया जा रहा है। जिससे उनके अधिकारियों की कार्यप्रणाली को लेकर रोष है।
25 लाख से खरीदने थे वाटर कूलर :
दो साल पहले पार्षद हाउस में यह प्रस्ताव लेकर आए थे कि उन्हें अपने वार्ड में देने के लिए वाटर कूलर दिए जाएं। ये वाटर कूलर धर्मशालाओं व बाजारों में लगाए जाने थे ताकि गर्मी के दिनों में बाजार व धर्मशालाओं में आने वाले लोग ठंडा पानी पीकर अपनी प्यास बुझा सकें। तब इसके लिए 25 लाख रुपये मंजूर किए गए थे। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इसके अलावा 10 लाख रुपये से युवाओं के लिए खेलों का सामान खरीदने का प्रस्ताव भी पास हुआ था। परंतु ये दोनों ही प्रस्ताव ठंडे बस्ते में पड़े हैं। बहाने बनाते हैं अधिकारी : राजेश कटारिया पार्षद राजेश कटारिया का कहना है कि दो साल में न जाने कितने सीईओ बदल गए परंतु अभी तक न तो वाटर कूलर खरीदे गए और न ही खेलों का सामान। अधिकारियों ने जानबूझ कर इनकी फाइल दबा रखी है। अधिकारी ऐसा क्यों कर रहे हैं इसकी जांच होनी चाहिए। यदि अधिकारियों को अपने लिए कुछ सामान खरीदना हो तो उसके लिए एक ही दिन में सबकुछ आ जाता है। फिर न बजट की कमी आड़े आती है और न ही काम करने की इच्छा शक्ति। पार्षद इस बारे में जब अधिकारियों से बात करते हैं तो वे हर बार कोई न कोई बहाना बना देते हैं। दो साल बाद भी सामान नहीं खरीदना यह दर्शाता है कि अधिकारी अपनी मर्जी से काम कर रहे हैं। जिसका खामियाजा पार्षदों को चुनाव में भुगतना पड़ सकता है। सीईओ से बात करेंगे : सोहन लाल जिला परिषद चेयरमैन सोहन लाल गोयल का कहना है कि वाटर कूलर व खेलों का सामान खरीदने का प्रस्ताव पास हुआ था। युवा अपने पार्षदों के पास जाकर खेलों का सामान देने की मांग करते हैं। परंतु पार्षद उन्हें कोई जवाब नहीं दे पाते। इसलिए यह सामान जल्द खरीदना चाहिए। इस बारे में वह पार्षदों के साथ सीईओ से मिलकर बात करेंगे।