रोजी सिक्का के पिता व ससुर के बीच मारपीट, दोनों को लगी गंभीर चोटें
न्यू जैन नगर कालोनी में हुए रोजी हत्याकांड के आरोपित राजेंद्र सिक्का और रोजी के पिता के बीच विवाद हो गया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
न्यू जैन नगर कालोनी में हुए रोजी हत्याकांड के आरोपित राजेंद्र सिक्का और मृतक रोजी के पिता जनकराज के बीच छछरौली में पंजाब नेशनल बैंक के बाहर मारपीट हो गई। इस दौरान राजेंद्र सिक्का के सिर में चोट लगी है। आरोप है कि जनकराज और उनकी पत्नी सीमा ने ईट से राजेंद्र के सिर पर वार किया। वहीं जनकराज का आरोप है कि राजेंद्र ने उन पर हमला किया है। फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से छछरौली थाने में शिकायत दी गई है। थाना प्रभारी पृथ्वी सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत मिल गई है। अभी जांच की जा रही है। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई होगी।
बता दें कि न्यू जैन नगर कालोनी में 16 मई 2019 को रोजी सिक्का की उनके नौकर विलिट पासवान ने हत्या कर दी थी। उसने पुलिस के सामने कबूल किया था कि मालिक राजेंद्र सिक्का के कहने पर ही रोजी की हत्या की थी। कोर्ट ने भी आरोपित को भगौड़ा घोषित किया था। मामले की जांच एसआइटी कर रही है।
सोमवार को राजेंद्र सिक्का छछरौली के पंजाब नेशनल बैंक में काम से गया था। वहीं पर जनकराज व उनकी पत्नी सीमा रानी भी आए थे। राजेंद्र का कहना है कि जनक व सीमा ने उसे बैंक में देख लिया और व गालियां देने लगे, इसपर वह बाहर आकर खड़ा हो गया। जैसे ही वह बाहर आया, तो जनकराज और सीमा भी आ गए और उसके साथ हाथापाई करने लगे। इसी दौरान जनकराज ने ईट से उनके सिरपर वार कर दिया। दोनों ने राजेंद्र को जान से मारने की धमकी दी। घटना की रिकॉर्डिग भी उनके पास है। उधर, जनकराज व सीमा का आरोप है कि राजेंद्र ने ही उनके साथ पहले गाली गलौच की और मारपीट की। मैं बेकसूर हूं, पॉलिग्राफ टेस्ट मेरे पक्ष में: सिक्का
राजेंद्र सिक्का का कहना है कि मैं पुलिस जांच में भी शामिल हुआ हूं। दस दिन पहले पॉलिग्राफ टेस्ट रिपोर्ट आ चुकी है। जिसमें वह बेकसूर साबित हुए हैं। पुलिस ने भी मुझे क्लीन चिट दे दी है। वहीं राजेंद्र के बेटे दीपांशु का कहना है कि उनसे 14.80 लाख रुपये भी रोजी के होते हुए ससुराल वालों ने लिए थे। अब 25 लाख रुपये की मांग की जा रही है। पॉलिग्राफ टेस्ट हमारे हक में होने पर अब जनकराज धमकी दे रहा है।
एसआइटी इंचार्ज डीएसपी बिलासपुर आशीष चौधरी का कहना है कि रोजी सिक्का हत्याकांड की जांच पूरी नहीं हुई है। पॉलिग्राफ टेस्ट कराया गया है। अभी राजेंद्र को न तो क्लीन चिट दी गई है और न ही उसे दोषी कह सकते हैं।