अर्जुन हत्याकांड : पिता करता था झगड़ा, बेटे ने दोस्त के साथ मिलकर मारा
19 नवंबर को कांसली निवासी 50 वर्षीय अर्जुन की हत्या उसके बेटे शंटी ने अपने दोस्त ससौली माजरी निवासी रवि के साथ मिलकर की। पुलिस ने इस हत्याकांड का राजफाश कर दिया। शुक्रवार देर रात आरोपित शंटी व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
19 नवंबर को कांसली निवासी 50 वर्षीय अर्जुन की हत्या उसके बेटे शंटी ने अपने दोस्त ससौली माजरी निवासी रवि के साथ मिलकर की। पुलिस ने इस हत्याकांड का राजफाश कर दिया। शुक्रवार देर रात आरोपित शंटी व उसके दोस्त को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि अर्जुन अपने बेटे शंटी व अन्य परिवार के लोगों से झगड़ा करता था। शंटी को वह घर से बाहर निकाल चुका था। अर्जुन ने गुलाब नगर की महिला से भी दूसरी शादी कर रखी थी। जिस वजह से घर में झगड़ा रहता था। पुलिस के मुताबिक शंटी काफी समय से वारदात की प्लानिग कर रहा था।
20 नवंबर को फर्कपुर थाना क्षेत्र में सेक्टर 18 की निर्माणाधीन सड़क पर राजमिस्त्री अर्जुन का गला रेता हुआ शव मिला था। उस समय शंटी ही सबसे पहले वहां पहुंचा था। उसने पुलिस को बताया था कि उसके पिता ने एक और महिला से कोर्ट मैरिज भी कर रखी है और उसके साथ ही रहते थे। घटनास्थल से कुछ दूरी पर अर्जुन की साइकिल भी मिली थी। मृतक की जेब से साढ़े 13 सौ रुपये और एक मोबाइल मिला भी मिला था। जिससे पुलिस भी रंजिशन हत्या किए जाने के एंगल से ही जांच कर रही थी। पुलिस को शुरू से ही इस वारदात में पारिवारिक रंजिश का शक था। चोरी की बाइक पर की वारदात
पूछताछ में सामने आया कि शंटी ने काफी पहले ही पिता की हत्या करने की प्लानिग बना ली थी, क्योंकि पिता उसे घर से निकाल चुका था। जबकि उसकी मां व बहनों को भी घर से बाहर निकालने की धमकी दे रहा था। ऐसे में ससौली माजरी में ही रवि के पास शंटी किराये के मकान में रहने लगा। वहीं से उसने अपने दोस्त को पिता की हत्या करने में शामिल किया। इसके लिए करीब एक माह पहले पंसारी बाजार से एक बाइक चोरी की। इसके बाद रेकी करने लगे, लेकिन मौका नहीं लगा। 19 नवंबर की शाम को वह गुलाबनगर में रेहड़ी के पास खड़े हो गए। वहां से उन्हें अर्जुन आता दिखाई दिया, तो वह उसके पीछे लग गए। रटौली रोड पर अर्जुन ने उन्हें पीछा करते देख लिया, तो वह सेक्टर 18 की निर्माणाधीन सड़क पर पहुंच गया, ताकि जल्दी घर पहुंच सके। वहीं पर पहले शंटी ने उस पर हथौड़े से वार किया, लेकिन वह बचकर भागने लगा। फिर दोनों ने नीचे गिरा दिया और शंटी ने उसका गला रेत दिया। इस तरह से खुला राज :
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो अर्जुन के मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली। जिसमें आखिरी काल उसके बेटे शंटी की थी। जबकि शंटी पिता से बात होने से इनकार कर रहा था। पुलिस ने उससे सख्ती से पूछा, तो उसने वारदात कबूली। पुलिस प्रवक्ता चमकौर सिंह ने बताया कि दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है।