किसानों ने शहर में निकाली ट्रैक्टर यात्रा, धरना स्थल पर टिकैत बोले- सरकार मुद्दे को सुलझाए
कृषि कानूनों के विरोध में मिल्क माजरा स्थित टोल बैरियर पर धर
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
कृषि कानूनों के विरोध में मिल्क माजरा स्थित टोल बैरियर पर धरने पर बैठे किसानों को भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने संबोधित किया। इससे पहले शहर में ट्रैक्टर यात्रा निकाली गई। इसमें सैकड़ों किसान ट्रैक्टरों सहित शामिल हुए। इस दौरान यातायात बाधित रहा। ट्रैक्टर यात्रा के दौरान कई जगह किसानों को मूंगफली व रेवड़ियां भी बांटी गई। धरने पर भाकियू के सोशल मीडिया प्रभारी हरभजन सिंह ने भी अपनी चुटकीली बातों से सभी को हंसाया। टिकैत ने बताया कि उप्र के ससौली गांव में किसान संग्राहलय बनाया जा रहा है। किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों की फोटो लगाई जाएंगी। साथ ही उनका पता लिखा जाएगा। ताकि उनकी शहादत को आने वाली पीढ़ी भी याद रख सके। यह उनको सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि इस धर्म युद्ध में अब तक 72 किसान शहीद हो चुके हैं। उ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार तो उनके लिए दो शब्द कह दें। वह भी भारत की जनता का ही हिस्सा थे। सरकार इस बात को गंभीरता से नहीं ले रही है। हर राजनीतिक पार्टी से जिम्मेदारी व्यक्तियों को लेकर इस मुद्दे को सुलझा लेना चाहिए। कृषि कानूनों को वापस लेकर किसान-मजदूर को बचाने का काम करना चाहिए। किसान ने मेहनत कर देश को आत्मनिर्भर बनाने का काम किया है। किसान ने कोई गुनाह नहीं किया। यह आंदोलन किसानों के लिए परीक्षा की घड़ी है। इसमें मुकदमें भी दर्ज होंगे। हमें पीछे नहीं हटना है। यदि कोई यह मान रहा है कि इन कृषि कानूनों का उन पर असर पड़ने वाला नहीं है, तो यह उसकी भूल है। किसी की जान बचने वाली नहीं है। जो सरकार के पक्ष में बात करेगा, उसे गांव वाले देख लेंगे। इसलिए पार्टी बाजी भूलकर एक हो जाओ। हर किसान को इस आंदोलन में अपने सहयोग की आहुति देनी होगी। इस दौरान किसानों पर तरह-तरह के आरोप भी लग रहे हैं। हमने इनकी परवाह नहीं करनी चाहिए। किसानों का संर्घष तो करना ही पड़ेगा। समाधान न हुआ तो दिल्ली कूच टिकैत ने कहा कि आज मैं अपने परिवार के बीच आया हूं। मुझे खुशी है कि हरियाणा का किसान एकजुट है। उन्होंने कहा कि यदि 26 जनवरी से पहले यदि समाधान नहीं हुआ तो भारी संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे। सरकार को अपनी जिद छोड़कर किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए। 50वें दिन भी किसानों का उत्साह कम नहीं है। किसान अनुशासन में रहकर अपनी बात कर रहे हैं। किसान नहीं चाहते कि सरकारी संपत्ति को नुकसान हो। हालांकि सरकार उकसा रही है, लेकिन किसानों को संयम का परिचय देना चाहिए। हरभजन बोले- रोज भाभी के चिपटे लग रे.
धरना स्थल पर भाकियू के सोशल मीडिया प्रभारी ने चुटिले अंदाज में विधायक व मंत्रियों पर तंज कसे। भाभी के आने का दुख है.. क्योंकि रोज चिमट लग रे.. पोली की बहू अै गी। अर इब पोली म्हारे साथ आंदोलन में है. जैसी बातों से खूब लोटपोट किया।