औषधीय पौधों से आय बढ़ा सकते हैं किसान : सूरजभान
डीएफओ सूरज भान ने कलेसर फारेस्ट रेंज की नर्सरी का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों की खेती से किसान अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। देश विदेश में इन पौधों एवं औषधीय उत्पाद की मांग निरंतर बढ़ रही है। किसानों के लिए परम्परागत खेती को बदल कर कृषि में विविधता लाने का अच्छा अवसर है। परंपरागत खेती में अत्यधिक पैदावार होने से किसानों को उत्पादों का अच्छा भाव नहीं मिल रहा है। औषधीय पौधों की खेती से अच्छा मुनाफा कमाने का अवसर है। मानकपुर नर्सरी में बहुत उपयोगी बूटी पुत्ररजीवा के पांच सौ पौधे तैयार किए गए हैं।
संवाद सहयोगी, प्रताप नगर : डीएफओ सूरज भान ने कलेसर फारेस्ट रेंज की नर्सरी का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों की खेती से किसान अपनी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। देश विदेश में इन पौधों एवं औषधीय उत्पाद की मांग निरंतर बढ़ रही है। किसानों के लिए परम्परागत खेती को बदल कर कृषि में विविधता लाने का अच्छा अवसर है। परंपरागत खेती में अत्यधिक पैदावार होने से किसानों को उत्पादों का अच्छा भाव नहीं मिल रहा है। औषधीय पौधों की खेती से अच्छा मुनाफा कमाने का अवसर है। मानकपुर नर्सरी में बहुत उपयोगी बूटी पुत्ररजीवा के पांच सौ पौधे तैयार किए गए हैं। इसी प्रकार बहेड़ा के दस हजार, ईमली के आठ हजार, बेलपत्र के पांच हजार, अर्जुन के 12 हजार पौधे तैयार किए गए हैं। पर्यावरण लगातार बिगड़ रहा है। बेकार पडी पंचायती, सरकारी जमीन पर अधिक से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य है। किसानों के लिए क्लोन सफेदा फायदेमंद
क्लोन सफेदा की खास किस्म तैयार की गई है। क्लोन सफेदा बहुत तेजी से बढ़ता है। पेड़ जल्द तैयार हो जाता है। मार्केट में रेट भी बहुत अच्छा मिलता है। क्लोन सफेदा खेतों में लगा कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। वन विभाग द्वारा नर्सरी में अन्य किस्मों जैसे नीम के 8590, शीशम के 36 हजार, डेंक 4 हजार, कदम दो हजार, जामुन 14 हजार, अनार 15 सौ, आम 1525, नीबू एक हजार, जमोआ 5 हजार के लगभग पौधे तैयार किए गए हैं। मानसून सीजन शुरू होते ही पौधारोपण कार्यक्रम शुरू कर दिया जाएगा। किसानों को सस्ती दरों पर देने के लिए 2 हजार पौधे पापुलर के भी तैयार किए जा रहे हैं। विभाग का लक्ष्य अधिक से अधिक फलदार व औषधीय पौधे लगाने का रखा गया है।