किसानों ने सरकार का पुतला फूंका, जमीन अधिग्रहण संशोधन को रद्द करने की मांग
गन्ने की कीमतों में पांच रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि व जमीन अधिग्रहण में किए गए संशोधन के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को जिला सचिवालय के सामने सरकार का पुतला फूंका। इसके बाद डीसी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। जिसके माध्यम से जमीन अधिग्रहण में किए गए संशोधन को रद करने की मांग की गई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गन्ने की कीमतों में पांच रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि व जमीन अधिग्रहण में किए गए संशोधन के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को जिला सचिवालय के सामने सरकार का पुतला फूंका। इसके बाद डीसी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा। जिसके माध्यम से जमीन अधिग्रहण में किए गए संशोधन को रद करने की मांग की गई।
संयुक्त किसान मोर्चा के संजू गुंदियाना, कृष्ण लाल सुढल, सुभाष गुर्जर, महीपाल चमरौड़ी, सतपाल कौशिक, विजयपाल, संदीप टोपरा, गुरमेज कपूरी, जोगिद्र ने कहा कि जमीन अधिग्रहण कानून 2021 जनविरोधी है। इस कानून के अनुसार सरकार पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप में मोड वाले प्रोजेक्ट के लिए भी सरकार किसानों की सहमति के बिना जमीन अधीग्रहण कर सकेगी। इस कानून के अनुसार कंपनियां जमीन की मालिक बन जाएंगी और किसान जमीन बेचकर दर-दर की ठोकरें खाएंगे। प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त को कहा था कि छोटा किसान, देश की शान है। इसलिए संयुक्त किसान मोर्चा ज्ञापन के माध्यम से मांग करता है कि यह संशोधन कानून वापस लिया जाए। उन्होंने गन्ने की कीमतों में पांच रुपये पति क्विंटल की वृद्धि को नाकाफी बताया। उन्होंने कहा कि महंगाई बढ़ने से फसलों का लागत मूल्य काफी बढ़ गया है। इसलिए कम से कम 50 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की जाए। मौके पर राजकुमार छछरौली, गुरबीर सिंह, मान सिंह मंडेबर, संजू सरांवा, बिट्टू सांगवान, बीरा राम, किरणपाल जगतार, अजमेर सिंह, रूपिद्र कौर, धर्मपाल मौजूद रहे। पुलिस ने दो घंटे में मूक बधिर बच्ची को स्वजनों से मिलाया
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गांधीनगर थाना पुलिस ने आठ साल की गुमशुदा मूक बधिर बच्ची को मात्र दो घंटे में उसके स्वजनों से मिलवाया। थाना प्रबंधक जसबीर सिंह ने बताया कि आठ वर्षीय मूक बधिर बच्ची पंजाब कांप्लेक्स रादौर रोड पर लावारिस हालत में घूम रही थी। यह बच्ची न कुछ बोल रही थी न कुछ सुन सकती थी। जिसके परिवार का कुछ पता न चला। बच्ची के परिवार की तलाश के लिए एक पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस ने बच्ची रेशम को इंटरनेट मीडिया व अपने सूचना तंत्र के माध्यम से मात्र दो घंटों में इसके स्वजनों से सकुशल मिलवा दिया। बच्ची को देखते ही उसकी मां की आंखों से आंसू निकल पड़े।