जातिसूचक शब्द कहने के आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली में रोष मार्च निकालेंगे परिजन
भारतीय विद्या मंदिर स्कूल में छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने और जातिसूचक शब्द कहने के आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन करीब एक माह से धरने पर बैठे हैं। पुलिस अधिकारियों से भी कई बार मिल चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब परिजनों ने इसके विरोध में दिल्ली तक पैदल मार्च निकालने का निर्णय लिया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : भारतीय विद्या मंदिर स्कूल में छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने और जातिसूचक शब्द कहने के आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर परिजन करीब एक माह से धरने पर बैठे हैं। पुलिस अधिकारियों से भी कई बार मिल चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब परिजनों ने इसके विरोध में दिल्ली तक पैदल मार्च निकालने का निर्णय लिया है। छात्रा के परिजनों ने बताया कि उनकी कही सुनवाई नहीं हो रही है। अब वह इंसाफ की मांग को हाथों में तख्तियां और बैनर लेकर दिल्ली में मार्च निकलेंगे। कई अन्य संगठनों से भी उनकी बात हुई है। वह भी उनके समर्थन में आएंगे। बुधवार को सुबह वह रवाना होंगे।
परिजनों का आरोप है कि प्रिसिपल और उसके पति रविद्र ने उन्हें जातिसूचक शब्द कहे हैं। इस मामले में केस दर्ज होने के बाद से ही उन पर फैसले का दबाव बनाया जा रहा है। फैसला न करने पर आरोपित शिक्षक प्रदीप कुमार को गिरफ्तार किया गया, लेकिन प्रिसिपल और उसके पति की गिरफ्तारी नहीं हुई। आरोप है कि उल्टा छात्रा के परिजनों के घर भारी संख्या में पुलिस भेजकर गिरफ्तारी करा दी। उन्हें यहां तक कहा गया कि यदि इस झगड़े में फैसला नहीं हुआ, तो परिवार के अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाएगा। परिजन एसपी से मिले थे। उन्हें सभी आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया था, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। इसलिए ही धरने पर बैठना पड़ा है। उनकी मांग है कि स्कूल की मान्यता रद्द हो और आरोपितों की गिरफ्तारी हो।