अतिक्रमण और पानी निकासी की समस्या झेल रहा शहर
जागरण संवाददाता यमुनानगर ट्विन सिटी की निकासी व्यवस्था नहीं है। कहीं नालों पर अतिक्रमण्
जागरण संवाददाता, यमुनानगर:
ट्विन सिटी की निकासी व्यवस्था नहीं है। कहीं नालों पर अतिक्रमण बहाव रोक रहा है तो कहीं सफाई न होने के कारण नाले ओवरफ्लो हो रहे हैं। निकासी की व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बनाई योजनाएं भी अधर में हैं। कन्हैया साहिब चौक से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट कैंप तक 9.15 करोड़ की लागत से बिछाई जाने वाली सीवर लाइन और दूसरी मधु चौक से लेकर कन्हैया चौक तक फोरलेन सड़क के दोनों तरफ पानी निकासी का काम लटका है। इनसेट
बरसाती पानी की निकासी के लिए अमरुत योजना के तहत भाई कन्हैया साहिब चौक से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक 9.15 करोड़ रुपये की लागत से 4500 मीटर सीवर लाइन डाली जा रही है। उम्मीद थी कि मानसून सीजन से पहले काम पूरा हो जाए। फिर क्षेत्र की कालोनियों में निकासी की दिक्कत नहीं रहेगी। यह लाइन नेशनल हाईवे के साथ जम्मू कालोनी होते हुए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में गिरेगी और यमुनानगर-जगाधरी की 15 कालोनियों में पानी की निकासी की समस्या दूर होगी। यहां है ज्यादा दिक्कत
बारिश के दिनों में जगाधरी शहर, माडल टाउन, सरोजनी कालोनी , कैंप एरिया, वर्कशॉप रोड, आइटीआइ, चांदपुर, जम्मू कालोनी, विष्णु नगर, कृष्णा कालोनी, हरिनगर, मॉर्डन कालोनी, टैगोर गार्डन, बैंक कालोनी और प्रोफेसर कालोनी जलमग्न हो जाती है। इनमें बाढ़ के जैसी स्थिति बन जाती है। 39 लाख 80 हजार होंगे खर्च
वार्ड-12 में निकासी पर 39 लाख 80 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। निकासी की व्यवस्था न होने के कारण बारिश के दिनों में यहां जल भराव की स्थिति पैदा हो जाती है। कई-कई दिन तक स्थिति सामान्य नहीं होती। क्षेत्रवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। निकासी के लिए यहां पाइप लाइन बिछाए जाने की योजना है। यह योजना भी अधर में है। ट्विन सिटी में छोटे-बड़े 32 नाले
ट्विन सिटी में पानी की निकासी के लिए छोटे बड़े 32 नाले हैं। बड़ा नाला जगाधरी से शुरू होकर प्रोफेसर कॉलोनी होते हुए कैंप स्थित सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में गिर रहा है। इन नालों की सफाई के लिए 100 कर्मचारी अलग से नियुक्त हैं।