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सचिवालय का घेराव करने के लिए कर्मचारियों ने तोड़े बैरिकेड, पुलिस से धक्का-मुक्की

डीसी कार्यालय का घेराव करने के लिए विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने पूरा जोर लगा दिया। सचिवालय में एंट्री करने को लेकर कर्मचारियों की पुलिस से काफी धक्का मुक्की हुई। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड लगाए थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 13 Jan 2021 07:20 AM (IST)Updated: Wed, 13 Jan 2021 07:20 AM (IST)
सचिवालय का घेराव करने के लिए कर्मचारियों ने तोड़े बैरिकेड, पुलिस से धक्का-मुक्की
सचिवालय का घेराव करने के लिए कर्मचारियों ने तोड़े बैरिकेड, पुलिस से धक्का-मुक्की

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : डीसी कार्यालय का घेराव करने के लिए विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने पूरा जोर लगा दिया। सचिवालय में एंट्री करने को लेकर कर्मचारियों की पुलिस से काफी धक्का मुक्की हुई। पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए बैरिकेड लगाए थे। यहां उन्हें रोकने के लिए केवल पुरुष पुलिसकर्मी थे। फिर भी महिला प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड को तोड़ दिया और आगे बढ़ गईं। यहां पर पुलिस व कर्मचारियों में काफी खींचतान भी हुई।

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कर्मचारियों ने सचिवालय परिसर में घुसते हुए डीसी कार्यालय में घुसने की कोशिश की लेकिन यहां तैनात होमगार्ड व पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद मौके पर और फोर्स बुलाई गई। एक बार एसडीएम जगाधरी दर्शन कुमार उनका ज्ञापन लेने आए भी लेकिन कर्मचारियों ने उन्हें देने से मना कर दिया। बाद में चार कर्मचारी डीसी मुकुल कुमार से मिलने के लिए उनके कार्यालय में गए। प्रदर्शन करते हुए कर्मचारी सचिवालय में ही धरने पर बैठ गईं। प्रशासन को पता था कि कर्मचारियों में ज्यादातर महिला कर्मचारी हैं। इसके बावजूद वहां एक भी महिला पुलिसकर्मी को तैनात नहीं किया गया।

यह प्रदर्शन सर्व कर्मचारी संघ रिटायर्ड कर्मचारी संघ व सीटू से संबंधित सभी विभागों के कर्मचारी जिला प्रधान महिपाल सोढे सीटू जिला प्रधान मतलूब हुसैन की अध्यक्षता में किया गया। सीटू जिला सचिव शरबती देवी के संचालन में केंद्र व प्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में नारेबाजी की व प्रदर्शन किया। मतलूब हुसैन ने कहा कि सर्व कर्मचारी संघ लगातार सरकार से कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांगों के समाधान करने हेतु अनुरोध कर रहा है। न तो रेगूलराइजेशन नीति बनी और न ही ठेका प्रथा खत्म कर कर्मचारियों को विभाग के पेरोल पर लेकर समान काम समान वेतन लागू हुआ। सरकार ने एनपीएस को खत्म कर पुरानी पेंशन बहाली की प्रमुख मांग पर चुप्पी साध ली है। कोरोना के चलते महंगाई भत्ते पर लगाई गई रोक निरंतर जारी है। घोषणा पत्र में कर्मचारियों से किए गए वादों को पूरा नहीं किया जा रहा। किसी न किसी बहाने से नियमित व ठेका कर्मचारियों की लगातार छंटनी की जा रही है। जन सेवाओं के विभागों का तेजी से निजीकरण हो रहा है। वहीं कारपोरेट के हक में श्रम कानूनों में बदलाव की जा रहे हैं। मौके पर नगर पालिका से प्रवेश परोचा, राजकुमार धारीवाल, गुलशन भारद्वाज, विक्की पारचा, सीटू से कोषाध्यक्ष रामकुमार कांबोज, अध्यापक संघ से राकेश धनखड़, जगपाल, स्वास्थ्य ठेका यूनियन के कर्मचारी आशा वर्कर निरू बाला, गुरिद्र कौर, आंगनबाड़ी से रेखा सैनी, मीनाक्षी शर्मा, शोभन सिंह, सोमनाथ, सुरजीत समेत अन्य मौजूद रहे।


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