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रोडवेज कार्यालय में 62 लाख का गबन, ऑडिट टीम को जांच में नहीं मिला रिकार्ड

रोडवेज कार्यालय में 62 लाख छह हजार रुपये का गबन हुआ है। हालांकि जांच के दौरान ऑडिट टीम को कई रिकॉर्ड नहीं मिले। अभी मामले की जांच की जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Apr 2021 07:25 AM (IST)Updated: Mon, 12 Apr 2021 07:25 AM (IST)
रोडवेज कार्यालय में 62 लाख का गबन, ऑडिट टीम को जांच में नहीं मिला रिकार्ड
रोडवेज कार्यालय में 62 लाख का गबन, ऑडिट टीम को जांच में नहीं मिला रिकार्ड

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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रोडवेज कार्यालय में 62 लाख छह हजार रुपये का गबन हुआ है। यह खुलासा पंचकूला से आई टीम के ऑडिट में हुआ है। बस स्टैंड परिसर में बनी दुकानों व साइकिल स्टैंड का किराया व अन्य खर्चो के अधिकारी बिल नहीं दिखा पाए। गबन के आरोप में रोडवेज जीएम लेखराज ने क्लर्क दविद्र पाल सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज कराया है। थाना शहर यमुनानगर पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। दुकानों का किराया रिकार्ड में नहीं दिखाया

यमुनानगर, जगाधरी, छछरौली, साढौरा, रादौर व बिलासपुर में करीब 40 दुकानों व स्टॉल की नीलामी होती है। जिनसे रोडवेज को हर साल लाखों रुपये की आमदनी होती है। इसके अलावा साइकिल स्टैंड भी है। इन सबका हिसाब-किताब जीएम कार्यालय के बिल्डिंग क्लर्क को देखना होता है। वर्ष 2015-20 तक बिल्डिग क्लर्क का चार्ज छछरौली निवासी दविद्र पाल सिंह के पास था। आरोप है कि उन्होंने दुकानों का किराया, जीएसटी व अन्य किए गए खर्च में हेराफेरी की। जिससे रोडवेज को करीब 62 लाख छह हजार रुपये का नुकसान हुआ। ऑडिट में पकड़ी गई हेराफेरी

मार्च माह में पंचकूला से आई टीम ने वर्ष 2015 से 2020 तक के रिकार्ड का ऑडिट किया। यह टीम करीब 10 दिन तक तक रोडवेज कार्यालय में रही। टीम ने एक-एक फाइल की जांच की। यहां तक की देर रात तक भी फाइलों को खंगाला गया। जांच में पाया गया कि 62 लाख छह हजार रुपये के खर्च का कोई हिसाब किताब नहीं है। जब इसका खुलासा हुआ तो अधिकारियों के पसीने छूट गए। रिकार्ड के न मिलने से पूरे रोडवेज महकमें में अफरा तफरी मच गई। खर्चों के बिल देखने के लिए एक-एक फाइल को खंगाला गया परंतु उनका कुछ पता नहीं चला। इसके लिए रोडवेज जीएम लेखराज ने दविद्र पाल सिंह से लिखित में स्पष्टीकरण भी मांगा गया, परंतु वह कोई रिकार्ड प्रस्तुत नहीं कर पाए। जिस पर जीएम ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। थाने में शिकायत दी थी : लेखराज

रोडवेज जीएम लेखराज ने बताया कि ऑडिट में रिकार्ड नहीं मिला था। इसके लिए दविद्र पाल से स्पष्टीकरण भी मांगा गया। परंतु वह रिकार्ड उपलब्ध नहीं करा सका। इसलिए उसके खिलाफ थाने में शिकायत दी थी। जांच कर रहे हैं : मेम सिंह

जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर मेम सिंह ने बताया कि शिकायत मिलते ही दविद्र पाल सिंह पर केस दर्ज कर लिया है।


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