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दो विभाग के बीच पीस रहे बिजली उपभोक्ता

शहर के बिजली उपभोक्ता दो विभाग के बीच पीस रहे हैं। मामला गोबिदपुरी पावर हाउस से प्रकाश फीडर की नई लाइन खींचने का है। योजना थी कि प्रकाश फीडर की अलग लाइन की जाए ताकि उपभोक्ताओं को गर्मी के मौसम में बिजली कट व असमय होने वाले ब्रेकडाउन से मुक्ति मिल सके। बिजली निगम के अधिकारियों ने एक साल पहले 55 लाख रुपये का प्रस्ताव भी तैयार किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Apr 2021 06:46 AM (IST)Updated: Fri, 23 Apr 2021 06:46 AM (IST)
दो विभाग के बीच पीस रहे बिजली उपभोक्ता
दो विभाग के बीच पीस रहे बिजली उपभोक्ता

शैलजा त्यागी, जगाधरी :

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शहर के बिजली उपभोक्ता दो विभाग के बीच पीस रहे हैं। मामला गोबिदपुरी पावर हाउस से प्रकाश फीडर की नई लाइन खींचने का है। योजना थी कि प्रकाश फीडर की अलग लाइन की जाए ताकि उपभोक्ताओं को गर्मी के मौसम में बिजली कट व असमय होने वाले ब्रेकडाउन से मुक्ति मिल सके। बिजली निगम के अधिकारियों ने एक साल पहले 55 लाख रुपये का प्रस्ताव भी तैयार किया। आला अधिकारियों ने उसे अप्रूव भी कर दिया, लेकिन पेंच लाइन के रास्ते में आने वाली वन विभाग की जमीन के कारण फंस गया। उन्हें खंभे लगाने (लघु सचिवालय के आसपास का क्षेत्र ) की परमिशन नहीं मिली। योजना अधर में लटकी गई। खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है। वहीं, डीएफओ सूरजभान का कहना है कि हर केस की फाइल तैयार कर केंद्र सरकार के पास मंजूरी के लिए भेजी जाती है। उसके बाद एनओसी मिलती है। पता करवाया जाएगा कि इस मामले में कहां पर दिक्कत है। उसके बाद ही कुछ बताया जा सकता है।

एक साल पहले बनाया था प्रपोजल

बिजली निगम के एसडीओ पंकज देसवाल के मुताबिक गोबिदपुरी पावर हाउस से प्रकाश फीडर की नई लाइन के लिए बिजली निगम के अधिकारियों ने एक साल पहले 55 लाख रुपये का प्रपोजल तैयार किया था। इस पैसे को खंभे लगाने, तार व केबल बिछाने के कार्य पर खर्च किया जाना था। अभी तक यह योजना सिरे नहीं चढ़ पाई है। बिजली निगम के अधिकारियों का कहना है कि लघु सचिवालय के आसपास वन विभाग की जमीन है। जिस पर खंभे लगाने की अनुमति नहीं मिल पाई है।

दूसरे फीडर के सहारे प्रकाश फीडर

प्रकाश फीडर को फिलहाल नरेंद्रा फीडर व जैसको सब स्टेशन के साथ जोड़ कर चलाया जा रहा है। प्रकाश फीडर का 100 एंपीयर लोड नरेंद्रा फीडर पर डाला गया है, जबकि 30 से 40 एंपीयर जैसको सब स्टेशन से चलाया जा रहा है। बिजली निगम के अधिकारियों के मुताबिक नरेंद्र फीडर व जैसको सब स्टेशन के क्षेत्र में जब भी कोई तकनीकी खराबी आती है, तो उसे ठीक करने के लिए जब बंद किया जाता है, तो प्रकाश फीडर की भी बत्ती गुल हो जाती है, अगर उसकी अलग लाइन होती तो यह नौबत नहीं आती।

गर्मी से पहले ही बिजली की आंख मिचौली शुरू

गर्मी अभी ठीक से शुरू भी नहीं हुई है। शहर में बिजली की आंख मिचौली शुरू हो गई है। हर घंटे बाद कट लगना शुरू हो गया है। भले ही ये कट पांच से दस मिनट का हो, लेकिन गर्मी बढ़ने के साथ-साथ कटों की समय सीमा बढ़ते देर नहीं लगेगी।


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