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टाइलों की गुणवत्ता जांचने के लिए आई मशीन फांक रही धूल, बिना जांचे लग रही टाइलें

नगर निगम एरिया में सड़कों के निर्माण में लग रही टाइलों की

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Jan 2021 07:20 AM (IST)Updated: Mon, 25 Jan 2021 07:20 AM (IST)
टाइलों की गुणवत्ता जांचने के लिए आई मशीन फांक रही धूल, बिना जांचे लग रही टाइलें
टाइलों की गुणवत्ता जांचने के लिए आई मशीन फांक रही धूल, बिना जांचे लग रही टाइलें

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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नगर निगम एरिया में सड़कों के निर्माण में लग रही टाइलों की गुणवत्ता जांचने के लिए आई आटोमेटिक डिजिटल कांप्रेसिव स्ट्रेंथ टेस्टिग मशीन कमरे के बाहर पड़ी धूल फांक रही है। इसकी कीमत तीन लाख रुपये हैं। छह माह पहले इसे खरीदा गया था। पार्षदों के मुताबिक जिस उद्देश्य के लिए मशीन खरीदी गई थी, वह पूरा नहीं हो रहा है। दो-चार बार टाइलों की गुणवत्ता की जांच की गई। अब यह निगम कार्यालय में कमरे के बाहर लावारिश पड़ी है, जबकि घटिया किस्म की टाइलों के प्रयोग की शिकायतें आ रही हैं। इसलिए खरीदी गई थी मशीन

टाइलों की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) जाते थे। रिपोर्ट आने के बाद ही ठेकेदार को उनके कामों की पेमेंट की जाती है। विशेष परिस्थितियों में ही सैंपल श्रीराम इंस्टीट्यूट फार इंडस्ट्रीयल रिसर्च में जांच के लिए भेजा जाता है। यमुनानगर-जगाधरी नगर निगम की बात की जाए तो 80-90 सैंपल हर माह जांच के लिए जाते हैं। 20-25 दिन में रिपोर्ट आती है। दूसरा, शहर में टाइलों की क्वालिटी पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं। इसलिए टाइलों की गुणवत्ता की जांच के लिए अधिकारियों ने यह आटोमेटिक डिजिटल कांप्रेसिव स्ट्रेंथ टेस्टिग मशीन खरीदी। कंकरीट की बजाय इंटरलाकिग को तरजीह

शहर में कंकरीट की सड़कें कम और इंटरलॉकिग टाइलों से अधिक बन ही हैं। सभी वार्डों में अधिकांश सड़कें व गलियां इंटरलाकिंग टाइलों से ही बनाई जा रही हैं। इन दिनों कहीं सड़क को नए सिरे से बनाया जा रहा है तो कहीं चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। यहां तक कि मुख्य मार्गों के किनारे भी इंटरलाकिग टाइलों का ही प्रयोग हो रहा है। ऐसे में टाइलों की क्वालिटी पर ध्यान देना अधिकारियों के लिए और भी जरूरी हो जाता है। वार्ड 20 से पार्षद प्रतिनिधि नीरज राणा का कहना है कि शहर में सड़कों के निर्माण में घटिया किस्म की इंटरलाकिग टाइलों के प्रयोग की शिकायत सीएम विडो पर दी जा चुकी है। उस पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब यह मशीन लावारिस पड़ी हुई है। इसका प्रयोग नियमित रूप से किया जाना चाहिए।


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