सफल रहा ड्राई रन, कोरोना वैक्सीनेशन के लिए पूरी तरह से तैयार हैं हम
कोरोना वैक्सीन की तैयारियों को परखने के लिए गुरुवार को ड्राई
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोरोना वैक्सीन की तैयारियों को परखने के लिए गुरुवार को ड्राई रन हुआ। जिले में छह केंद्रों जगाधरी सिविल अस्पताल, सेक्टर 17 डिस्पेंसरी, कैंप गांधीनगर, रादौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, छछरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और बिलासपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में यह ड्राई रन हुआ। प्रत्येक केंद्र पर 25-25 कर्मचारी इसमें शामिल हुए। डीसी मुकुल कुमार, एसपी कमलदीप गोयल व सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने जगाधरी सिविल अस्पताल व छछरौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहे ड्राई रन का निरीक्षण किया। सुबह 11 बजे से शुरू होकर ड्राई रन एक बजे तक चला। पांच स्टेप से गुजरना पड़ेगा टीकाकरण के लिए
भले ही यह ड्राई रन था। इसमें किसी कर्मी का टीकाकरण नहीं हुआ, लेकिन पूरी प्रक्रिया उसी तरह से थी। जिस तरह से टीकाकरण के दौरान होगी। पांच स्टेप से टीकाकरण के लिए पंजीकृत कर्मी को गुजरना पड़ेगा। टीम में भी पांच कर्मचारी ही शामिल रहेंगे। जो प्रक्रिया को पूरा कराएंगे। इनमें केंद्र पर एक सुरक्षा गार्ड, एक रिकार्ड की जांच करने वाला कर्मी, एक टीका कर्मी, एक निगरानीकर्ता तथा एक काउंसलर मौजूद रहेंगे। ऐसे समझें पांचों स्टेप
1. सुरक्षा : कोविड वैक्सीन के लिए बनाए गए वार्ड में गेट पर पुलिसकर्मी हेड कांस्टेबल कुलदीप व महिला कांस्टेबल मुकेश तैनात रहेंगे। इनके पास पंजीकृत कर्मियों की लिस्ट होगी। यह पंजीकृत कर्मी का नाम और आइकार्ड (वोटर कार्ड, पैन कार्ड या अन्य) देखता है। पहचान होने के बाद उन्हें अंदर आने की अनुमति दी जाती है। उन्हें अंदर वेटिग रूम में भेजा जाएगा। 2. रिकार्ड की जांच करने वाला कर्मी : आगे फिर एक कर्मचारी अश्विनी शर्मा तैनात है। उसके पास भी लिस्ट है। वह कर्मी की आइडी व लिस्ट में नाम चेक करता है। फिर एप पर आनलाइन नाम चेक करता है। वहां पर नाम का मिलान होने के बाद ओके कर देता है। मिलान होने के बाद अप्रूवल मिल जाता है।
3. टीकाकरण: यहां पर स्टाफ नर्स सरोज तैनात हैं। जो कर्मी को वैक्सीन लगाती है। वैक्सीन लगाने के बाद तुरंत कर्मी के मोबाइल पर मैसेज आता है। नर्स सरोज कर्मी को बताती है कि उसको वैक्सीन लगाई गई है। अभी उसे 30 मिनट यही रुकना होगा। ताकि जांच की जा सके कि कोई दिक्कत तो नहीं। फिर उसे अंदर बीपी की जांच के लिए भेज दिया जाता है। 4 . काउंसलिंग : काउंसलर के लिए यहां पर पारुल तैनात है। जो भी कर्मी वैक्सीन के बाद अंदर आ रहा है। उसे समझाया जा रहा है। जिससे वह किसी भी तरह से न घबराएं। इसके साथ ही मोबाइल पर आए मैसेज के बारे में बताया जाता है। इस मैसेज में आए लिक के माध्यम से कर्मचारी सर्टिफकेट प्राप्त करेगा। 5. निगरानीकर्ता : सुपरविजन के लिए डा. रितेश व स्टाफ नर्स रूमा तैनात है। रूमा कर्मचारी की बीपी चेक करती है। डाक्टर इसलिए तैनात है कि यदि किसी मरीज को कोई अधिक दिक्कत है, तो उसे इलाज दिया जा सके। बीपी चेक करने के बाद 30 मिनट तक मरीज को यहीं पर रखा गया है। कोई दिक्कत न होने पर उसे बाहर भेज दिया गया। यदि किसी मरीज की हालत बिगड़ती है या उसे घबराहट होती है, तो उसके लिए भी व्यवस्था की गई है। हाथों में गलब्स पहनकर रखें कर्मी : निरीक्षण के दौरान एसपी कमलदीप गोयल ने कहा कि सभी कर्मियों को हाथों में गलब्स पहनने चाहिए। यह बहुत जरूरी है, क्योंकि कर्मियों ने गलब्स नहीं पहने हुए थे। वहीं डीसी मुकुल कुमार ने कहा कि वैक्सीन होने के बाद भी सभी को मास्क लगाकर रखना है। सिविल अस्पताल यमुनानगर से बदला केंद्र
पहले सिविल अस्पताल यमुनानगर में ड्राई रन के लिए केंद्र बनाया था, लेकिन ऐन वक्त पर केंद्र को गांधीनगर कैंप के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में शिफ्ट कर दिया गया। सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि यमुनानगर में भी तैयारी पूरी थी, लेकिन कैंप में इसलिए केंद्र लगाया गया। जिससे वहां के लोगों को प्रक्रिया का पता लग सके। ड्राई रन पूरी तरह से सफल रहा। इस समय हमारी पूरी तैयारी है। जैसे ही वैक्सीन आएगी। आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।