न जलाएं फसल अवशेष, उसे मिट्टी में मिलाएं
मुकंदलाल नेशनल कॉलेज की एनएसएस इकाई की ओर से फसल अवशेष प्रबंधन कार्यक्रम हुआ। अनु राधिका निखिल राघव तवलीन कीर्ति सार्थक कंवरदीप एवं परमीत स्वंयसेवकों ने गांव कृष्ण का माजरा सैनी फार्म (बूड़ि़या) धर्मकोट आदि गांवों में जाकर किसानों में फसल अवशेष प्रबंधन की जागरूक किया।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मुकंदलाल नेशनल कॉलेज की एनएसएस इकाई की ओर से फसल अवशेष प्रबंधन कार्यक्रम हुआ। अनु, राधिका, निखिल, राघव, तवलीन, कीर्ति, सार्थक, कंवरदीप एवं परमीत स्वंयसेवकों ने गांव कृष्ण का माजरा, सैनी फार्म (बूड़ि़या), धर्मकोट आदि गांवों में जाकर किसानों में फसल अवशेष प्रबंधन की जागरूक किया। विद्यार्थियों ने किसानों को बताया कि फसलों के अवशेषों को जलाने से हमारा वातावरण प्रदूषित हो रहा है, जबकि यदि वे इन अवशेषों को सही ढंग से खेती में उपयोग करें तो मृदा के जैविक, भौतिक एवं रसायन गुणों में वृद्धि कर सकते हैं। फसल को काटने के पश्चात 20-25 किग्रा नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़क कर कल्टीवेटर या रोटावेटर से काटकर मिट्टी में मिला दें, इस प्रकार अवशेष खेत में विघटित होना प्रारंभ कर देंगे। कॉलेज के कार्यकारी प्राचार्य डॉ. जीके सेठी ने सभी विद्यार्थियों की उनके इस कार्य के लिए सराहना की।