स्वच्छता सर्वे में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय व तिलकराज छाबड़ा अस्पताल सबसे साफ
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 को लेकर नगर निगम ने नागरिक भागीदारी बढ़ाने के लिए गतिविधियों का क्रम तेज कर दिया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 को लेकर नगर निगम ने नागरिक भागीदारी बढ़ाने के लिए गतिविधियों का क्रम तेज कर दिया है। इसी के तहत नगर निगम ने 16 दिसंबर 2021 से 12 जनवरी 2022 तक शहर में स्वच्छता सर्वे किया गया। इस सर्वे के तहत शहर के सरकारी कार्यालय, अस्पताल, स्कूल, शिक्षण संस्थान, कालेज का निरीक्षण किया गया। इस दौरान वहां की सफाई, कचरा प्रबंधन, शौचालयों का बेहतर रखरखाव व अन्य मापदंड शामिल किए गए। नगर निगम द्वारा किए गए इस स्वच्छता सर्वे का परिणाम घोषित कर दिया गया है। जिसमें सबसे साफ सरकारी कार्यालय, अस्पताल, कालेज, स्कूल व शिक्षण संस्थानों का चयन किया गया है।
इस तरह रहे परिणाम
सरकारी कार्यालयों के वर्ग में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहले, उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम (यूएचबीपीएन) का एसई कार्यालय दूसरे व लघु सचिवालय तीसरे स्थान पर रहा। अस्पताल वर्ग में पहले स्थान पर तिलक राज छाबड़ा अस्पताल जगाधरी, दूसरे स्थान पर राजकीय अस्पताल जगाधरी और तीसरे स्थान पर मग्गो मैटरनिटी और चिल्ड्रन अस्पताल रहा। इसी तरह शिक्षण संस्थानों में गुरु नानक खालसा इंस्टीट्यूट पहले, एसडी इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट एंड टैक्नोलाजी जगाधरी दूसरे और तिलक राज चड्ढा इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट टैक्नोलाजी (टिम्ट) तीसरे स्थान पर रहा। स्कूल कैटेगिरी में नंबर एक स्थान पर आकर गुलाब नगर स्थित आस्था विद्या मंदिर स्कूल सबसे साफ रहा। दूसरे स्थान पर संत निश्चल सिंह पब्लिक स्कूल और तीसरे स्थान पर संयुक्त रूप से न्यू ईरा वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल मधु चौक और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जगाधरी रहा। कालेज वर्ग में किए गए स्वच्छता सर्वे के परिणामों के अनुसार गुरु नानक खालसा कालेज ने पहला स्थान, डीएवी गर्ल्ज कालेज ने दूसरा और संत निश्चल सिंह कालेज आफ एजूकेशन व गुरु नानक गर्ल्ज कालेज ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया।
शहरवासी भी करें सहयोग
महापौर मदन चौहान व निगमायुक्त अजय सिंह तोमर ने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 को लेकर नगर निगम की तैयारियां जोरों पर हैं। उम्मीद है कि सर्वेक्षण की परीक्षा में हम अच्छे अंक लेकर राष्ट्रीय स्तर पर ट्विवन सिटी का नाम रोशन करेंगे। हमें अव्वल स्थान हासिल करने के लिए प्रयासों के साथ आगे बढ़ना चाहिए। ऐसा करना हमारा लक्ष्य ही नहीं, एक सपना भी है। सफाई के कार्य केवल सरकार या निगम का ही काम नहीं, बल्कि यह हर उस व्यक्ति का है, जो शहर में रहता है और इसकी सुविधाएं पाकर अपने जीवन को सुकून से जीता है। सफाई कहने से नहीं, व्यक्ति के व्यवहार में होनी चाहिए। हर व्यक्ति अपने घर से लेकर शहर की सफाई तक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग देता रहे, तो हमारा शहर राष्ट्र का सबसे सुंदर शहर बन सकता है।