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जिला परिषद की बैठक स्थगित, साढौरा नगरपालिका को पंचायत बनाने का प्रस्ताव भी टला

दो माह बाद शुक्रवार सुबह होने वाली जिला परिषद की बैठक अचानक स्थगित कर दी गई। कारण बताया गया कि जिला परिषद के सीईओ के पारिवारिक सदस्य की तबीयत खराब है जिस कारण उन्हें छुट्टी पर जाना पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Nov 2019 06:10 AM (IST)Updated: Sat, 16 Nov 2019 06:10 AM (IST)
जिला परिषद की बैठक स्थगित, साढौरा नगरपालिका को पंचायत बनाने का प्रस्ताव भी टला
जिला परिषद की बैठक स्थगित, साढौरा नगरपालिका को पंचायत बनाने का प्रस्ताव भी टला

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : दो माह बाद शुक्रवार सुबह होने वाली जिला परिषद की बैठक अचानक स्थगित कर दी गई। कारण बताया गया कि जिला परिषद के सीईओ के पारिवारिक सदस्य की तबीयत खराब है, जिस कारण उन्हें छुट्टी पर जाना पड़ा। बैठक में साढौरा नगरपालिका को फिर से ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव भी टल गया। कई विपक्ष आरोप लगा रहा है कि बैठक भाजपा नेताओं के कहने पर स्थगित की गई है, लेकिन सत्ता पक्ष के पार्षद इन आरोपों को सिरे से नकार रहे हैं।

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एजेंडे में भाजपा पार्षदों की अनदेखी

जिला परिषद में भाजपा पार्षदों की संख्या घटने का असर बैठक के एजेंडे पर भी देखा जा रहा है। एजेंडे में पिछली बैठक की पुष्टि करने बारे तथा 1.76 करोड़ रुपये की राशि के आवंटन समेत कुल 12 प्रस्ताव रखे गए थे। इनमें से ज्यादातर दूसरी पार्टी से जुड़े सदस्यों के थे। जिला परिषद के कुल 18 वार्ड हैं। इनमें से वार्ड 8 की पार्षद रेणू बाला जो कि जिप की चेयरपर्सन थी उन्होंने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया है। क्योंकि रेणू बाला साढौरा विधानसभा आरक्षित सीट से विधायक बन चुकी हैं। विधायक की शपथ लेने से पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद सर्व सम्मति से जिप उपाध्यक्ष अनिल संधू को कार्यकारी चेयरमैन का कार्यभार सौंपते हुए कुर्सी पर बिठाया था। इस तरह अब जिप में कुल 17 सदस्य रह गए हैं जिनमें से भाजपा के 7, कांग्रेस के 8, जजपा व बसपा के एक-एक सदस्य हैं।

सरकार ने दिया था नगरपालिका का दर्जा

साढौरा में पहले ग्राम पंचायत थी, परंतु गत वर्ष प्रदेश सरकार ने साढौरा को नगरपालिका का दर्जा दिया था। साढौरा कस्बे के ज्यादातर लोग सरकार के इस फैसले से खुश नहीं थे, इसलिए लोग सड़कों पर उतरे। उन्होंने सचिवालय के सामने कई बार प्रदर्शन भी किया, परंतु सरकार ने अपना फैसला वापस नहीं लिया। साढौरा को दोबारा ग्राम पंचायत बनाने का प्रस्ताव जिप की बैठक में लाया जाना था, लेकिन बैठक के स्थगित होने से यह प्रस्ताव भी टल गया। इस प्रस्ताव को पास करने के बाद सरकार को भेजा जाना था।

पूर्व डिप्टी स्पीकर के कार्यालय पर की बैठक

जिप की बैठक स्थगित होने के बाद गैर भाजपा सदस्यों ने विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर अकरम खान के सेक्टर-18 स्थित कार्यालय में बैठक की। यहां पर विधायक रेणू बाला के पति इंजीनियर ऋषिपाल भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि यहां पर उन्होंने जिप की बैठक को लेकर चर्चा की।

कब तक बैठक रद कराएंगे : अनिल संधू

जिप उपाध्यक्ष एवं कार्यकारी चेयरमैन अनिल संधू ने बताया कि शुक्रवार सुबह सीईओ का फोन आया था कि उनकी माता की तबीयत खराब है, इसलिए वे बैठक में नहीं आ पाएंगे। यदि यह सच है कि भाजपा नेताओं ने जानबूझ कर बैठक रद कराई है, तो वे ऐसा कब तक करेंगे। सोमवार को दोबारा एजेंडा भेजा जाएगा।

सीईओ के नहीं आने से स्थगित हुई : राजेश कटारिया

जिला परिषद सदस्य एवं भाजपा नेता राजेश कटारिया का कहना है कि समाज में सुख-दुख सभी के साथ होता है। सीईओ की माता की तबीयत खराब गई थी, इसलिए बैठक को स्थगित करना पड़ा। जानबूझ कर बैठक रद कराने के आरोप निराधार हैं।

मैं शाम को ही आ गया था : सोनू राम

सीईओ सोनूराम ने बताया कि मेरी माता की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण मैं बृहस्पतिवार को ही घर आ गया था। उनका उपचार चल रहा है। इसकी जानकारी मैंने दे दी थी। अब बैठक हुई या नहीं इसकी जानकारी मुझे नहीं है।


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