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राशन वितरण में गड़बड़ी पर नहीं लग रहा अंकुश, हर माह डिपो होल्डरों की पांच से सात शिकायतें

जागरण संवाददाता यमुनानगर डिपो होल्डर गरीब लोगों के लिए आए राशन में गड़बड़ी करने स

By JagranEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 07:10 AM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 07:10 AM (IST)
राशन वितरण में गड़बड़ी पर नहीं लग रहा अंकुश, हर माह डिपो होल्डरों की पांच से सात शिकायतें
राशन वितरण में गड़बड़ी पर नहीं लग रहा अंकुश, हर माह डिपो होल्डरों की पांच से सात शिकायतें

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

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डिपो होल्डर गरीब लोगों के लिए आए राशन में गड़बड़ी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। गड़बड़ी करने व राशन नहीं देने वाले डिपो होल्डरों के खिलाफ लोग शिकायत भी कर रहे हैं। इसके बावजूद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे। अधिकारी खुद मान रहे हैं कि हर माह औसतन पांच से सात शिकायतें डिपो होल्डरों की आ रही हैं। इसके बाद भी हेराफेरी पर अंकुश नहीं लगा। जिसका खामियाजा लोग भुगत रहे हैं। जिले में 600 डिपो होल्डर हैं। जिनसे एएवाइ 9687, ओपीएच 80974, सीबीपीएल 32912, एसबीपीएल 22153 राशन कार्ड धारकों को राशन मिलता है। हर माह लगती हैं 25 सीएम विडो

विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार सीएम विडो पर खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की हर माह औसतन 25 शिकायतें आती हैं। महीने में डीएफएससी कार्यालय भी 25 दिन ही खुलता है। इस तरह रोजाना एक शिकायत विभाग की सीएम विडो पर आ रही है। इनमें से पांच से सात शिकायतें डिपो होल्डरों की होती हैं। लोगों का आरोप होता है कि डिपो होल्डर द्वारा उन्हें राशन नहीं दिया जा रहा। डिपो बंद रहता है। महीने के आखिरी दिन ही राशन दिया जाता है। यदि वह शिकायत करते हैं तो डिपो होल्डर उन्हें धमकाते हैं। इतनी शिकायतें आने से साफ है राशन वितरण में गड़बड़ी बड़े स्तर पर हो रही है। जिस पर अंकुश लगाने का अधिकारी कोई तरीका खोज नहीं पाए हैं। खानापूर्ति करके चले जाते हैं अधिकारी

महरमपुर गांव के रवि, श्रवण कुमार, राजकुमार, सतपाल, उर्मिला देवी, किरण देवी, मोहन लाल ने बताया कि उनके गांव में बीपीएल राशन कार्ड धारकों को अभी तक डिपो होल्डर ने अक्टूबर व नवंबर 2020 का राशन अभी तक नहीं दिया है। इसकी शिकायत भी उन्होंने डीएफएससी को दी। परंतु अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। डिपो होल्डर ने अवैध रूप से काफी राशन एक कमरे में रखा हुआ है। 13 फरवरी को वह उस कमरे पर गए तो डिपो होल्डर वहां से फरार हो गया। इसके बाद विभाग से इंस्पेक्टर जांच करने आया परंतु उसने कमरे का ताला खुलवा कर उसमें से राशन देखने की जहमत नहीं उठाई। उल्टा लोगों के ये बयान लेने लग गए कि उन्हें राशन मिलता है या नहीं। जबकि उनकी शिकायत है कि अक्टूबर व नवंबर का राशन उन्हें नहीं मिला। जानबूझ कर अधिकारी जांच को भटकाने की कोशिश करते हैं। आज तक शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। डिपो होल्डर से पूछना चाहिए कि दो माह का लाखों रुपये का राशन उसने कहां बेचा। सीएम विडो पर भी समाधान नहीं

गोलनी गांव के ओमप्रकाश ने बताया कि उसने कई बार राशन नहीं मिलने की शिकायत सीएम विडो पर दी। परंतु शिकायत की जांच करने की बजाय अधिकारी डिपो होल्डर को बचाने में जुट जाते हैं। इंस्पेक्टर डिपो होल्डर से मिले होते हैं। शिकायत करते हैं तो महीनों तक वह जांच करने ही नहीं आते। पांच-सात शिकायत हर माह आती हैं : सुनील कुमार

डीएफएससी सुनील कुमार का कहना है कि हर माह डिपो होल्डरों के खिलाफ पांच-सात शिकायतें आ रही हैं। शिकायत मिलने पर उसे गंभीरता से लेते हुए जांच करते हैं। कई डिपो होल्डरों की सप्लाई भी बंद की है।


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