राशन वितरण में हो रही गड़बड़ी, महीने के आखिरी में खुल रहे डिपो, डीसी को शिकायत
जिला में सरकारी राशन के डिपो पर राशन वितरण की व्यवस्था पूर
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिला में सरकारी राशन के डिपो पर राशन वितरण की व्यवस्था पूरी तरह से लड़खड़ा गई है। लोगों को समय पर राशन नहीं मिल रहा। लोग खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को शिकायत करते-करते थक गए हैं लेकिन अधिकारी उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं ले रहे। यही वजह है कि लोग अब डीएफएससी, एएफएसओ की बजाय सीधे डीसी या फिर सीएम विडो पर शिकायत दे रहे हैं। शनिवार को गोलनी गांव के डिपो होल्डर पर लोगों ने समय पर राशन नहीं देने का आरोप लगाते हुए डीसी को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है। महीने की आखिरी तारीख को रात में बंटता है राशन
गोलनी गांव के सुरेंद्र, कर्मचंद, ओम प्रकाश, नरेश कुमार, रणबीर सिंह, पूर्ण चंद, रीटा रानी, जगदीश, जसविद्र समेत अन्य लोगों ने डीसी को दी शिकायत में बताया कि गांव में विनोद कुमार के पास सरकारी डिपो है। डिपो होल्डर महीने के अंत में राशन बांटने आता है। रात को 10 बजे तक राशन बांटा जाता है। लोगों व महिलाओं को रात के अंधेरे में डिपो पर लाइन में लगना पड़ता है। नवंबर माह में 29 तारीख को शाम पांच बजे से राशन बांटने का काम शुरू हुआ। आरोप है कि काफी लोगों को राशन नहीं दिया गया। लोगों ने आरोप लगाया कि विनोद कुमार ने अधिकारियों से मिलकर अलग-अलग गांवों में पांच डिपो ले रखे हैं। सीएम विडो पर भी दी थी शिकायत
ओम प्रकाश ने बताया कि राशन वितरण में हो रही गड़बड़ी को देखते हुए उसने दो सितंबर को सीएम विडों पर एक शिकायत दी थी। दो माह बीतने पर भी सीएम विडो की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। अपनी शिकायत का स्टेटस पता किया तो सामने आया कि अधिकारियों ने 30 अक्टूबर को उसकी शिकायत को डिस्पोज कर दिया। जबकि गांव में आकर किसी अधिकारी ने न तो बयान लिए और न जांच की। उन्होंने डीएफएससी कार्यालय के अधिकारियों पर डिपो होल्डर से मिलीभगत का आरोप लगाया। सोमवार को जांच कराएंगे : सुनील कुमार
डीएफएससी सुनील कुमार का कहना है डिपो होल्डर विनोद के खिलाफ पहले भी शिकायत आई थी। इसकी शिकायत जांच के लिए एएफएसओ को दी हुई है। सोमवार को वह इसकी जांच कराएंगे। राशन देरी से दे रहा विभाग : विनोद कुमार
इस बारे में डिपो होल्डर विनोद कुमार से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा ही राशन 28 नवंबर को दिया गया। यदि राशन समय से मिल जाए तो उन्हें बांटने में कोई परहेज नहीं है। गांव के कुछ लोग जानबूझ कर बार-बार शिकायत दे रहे हैं। मेरे पास पांच डिपो नहीं हैं। वह किसी भी जांच को तैयार हैं।