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निदेशक ने पूछा था स्कूलों में बच्चों की संख्या कम क्यों, रिपोर्ट भेजना भूले अधिकारी

स्कूलों में बचों की घटती संख्या को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी व स्कूलों के इंचार्ज बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। मौलिक शिक्षा निदेशक ने एक माह पहले जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी कि स्कूलों में बचों की संख्या कम होने के कारण क्या है लेकिन किसी ने भी इन आदेशों को गंभीरता से नहीं लिया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 07:00 AM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 07:00 AM (IST)
निदेशक ने पूछा था स्कूलों में बच्चों की संख्या कम क्यों, रिपोर्ट भेजना भूले अधिकारी
निदेशक ने पूछा था स्कूलों में बच्चों की संख्या कम क्यों, रिपोर्ट भेजना भूले अधिकारी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : स्कूलों में बच्चों की घटती संख्या को लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारी व स्कूलों के इंचार्ज बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। मौलिक शिक्षा निदेशक ने एक माह पहले जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से रिपोर्ट मांगी थी कि स्कूलों में बच्चों की संख्या कम होने के कारण क्या है, लेकिन किसी ने भी इन आदेशों को गंभीरता से नहीं लिया। अभी तक स्कूलों से ये रिपोर्ट मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नहीं आई है। अब अधिकारी स्कूलों को इस बारे रिमाइंडर भेजने की बात कह रहे हैं।

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25 से कम संख्या वाले स्कूलों को लेकर हुई थी मीटिग

मौलिक शिक्षा निदेशक प्रदीप डागर ने 16 अक्टूबर को एसडी सीसे स्कूल जगाधरी में डीईओ, बीईओ व टीचरों के साथ मीटिग की थी। जिसमें उन 104 स्कूलों के इंचार्ज व हेड टीचर भी मौजूद थे जिनमें बच्चों की संख्या 25 से कम रह गई है। प्रदीप डागर ने राजकीय स्कूलों में बच्चों की संख्या लगातार कम होने के कारण पूछे थे। उन्होंने कहा था कि जब सरकार बच्चों को राजकीय स्कूलों में सभी सुविधाएं दे रही है, फिर बच्चे स्कूलों में क्यों नहीं आ रहे। पहले सैकड़ों बच्चे स्कूलों में पढ़ते थे, परंतु अब हालात ऐसे हो गए हैं कि 104 स्कूलों में 25 से भी कम बच्चे रह गए हैं। तब निदेशक ने डीईईओ को आदेश दिए कि वे सभी स्कूल इंचार्ज से रिपोर्ट लें कि बच्चों की संख्या क्यों घटी। इसकी रिपोर्ट उन्हें एक सप्ताह में भेजी जाए।

फिलहाल बंद नहीं होंगे कम संख्या वाले स्कूल

25 से कम संख्या वाले राजकीय स्कूलों को फिलहाल शिक्षा विभाग बंद नहीं करेगा। निदेशक ने स्कूल इंचार्ज से का था कि वे इनमें बच्चों की संख्या बढ़ाए। जिस पर अमल करते हुए चार स्कूलों ने तो बच्चों की संख्या 25 से ज्यादा कर भी दी। कुछ स्कूल ऐसे भी हैं, जिनमें फिलहाल एक भी बच्चा नहीं है और वहां पर दो-दो टीचर ड्यूटी कर रहे हैं। जो सारा दिन खाली बैठ कर वापस लौट जाते हैं। इन स्कूलों को बंद न करके पास के गांवों के दूसरे स्कूलों में समायोजित किया जा सकता है।

रिमांइडर भेजा जाएगा : जोगेंद्र हुड्डा

डीईईओ का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे डीईओ जोगेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कुछ स्कूलों से अभी रिपोर्ट नहीं आई है। इन स्कूलों को रिमांइडर भेजा जाएगा। इसके अलावा स्कूल इंचार्ज को बोला है कि वे बच्चों की संख्या बढ़ाने पर जोर दें। किस ब्लॉक में 25 से कम संख्या वाले स्कूल :

ब्लॉक स्कूल

सरस्वती नगर 27

बिलासपुर 15

छछरौली 28

रादौर 21

जगाधरी 07

साढौरा 06।


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