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राजकीय कॉलेजों में 100 से अधिक विषयों को बंद करने का आदेश डीएचई ने लिया वापस

प्रदेश के राजकीय कॉलेजों में अगले साल से विभिन्न विषय बंद नहीं होंगे। डीएचई (उच्चतर शिक्षा निदेशक) ने सभी विषयों को बंद करने का निर्णय वापस लेते हुए सभी राजकीय कॉलेजों को पत्र लिखा है। इससे प्रदेश के सैकड़ों छात्रों को राहत मिली है जो इन विषयों में अगले साल दाखिला लेने की सोच रहे थे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Sep 2019 07:10 AM (IST)Updated: Sun, 22 Sep 2019 07:10 AM (IST)
राजकीय कॉलेजों में 100 से अधिक विषयों को बंद करने का आदेश डीएचई ने लिया वापस
राजकीय कॉलेजों में 100 से अधिक विषयों को बंद करने का आदेश डीएचई ने लिया वापस

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : प्रदेश के राजकीय कॉलेजों में अगले साल से विभिन्न विषय बंद नहीं होंगे। डीएचई (उच्चतर शिक्षा निदेशक) ने सभी विषयों को बंद करने का निर्णय वापस लेते हुए सभी राजकीय कॉलेजों को पत्र लिखा है। इससे प्रदेश के सैकड़ों छात्रों को राहत मिली है जो इन विषयों में अगले साल दाखिला लेने की सोच रहे थे। 100 से अधिक विषयों को कर दिया था बंद :

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उच्चतर शिक्षा निदेशक ने 17 सितंबर को सभी राजकीय कॉलेजों में 100 से अधिक विषयों को बंद करने का आदेश दिया था। जिन विषयों को बंद किया गया था उनमें इस साल दाखिले न के बराबर हुए। छात्रों की घटती संख्या के आधार पर इन विषयों को बंद कर दिया गया था। डीएचई ने कॉलेजों को लिखे पत्र में कहा था कि शैक्षणिक सत्र 2020-21 में इन विषयों में दाखिला नहीं होगा। राजकीय कॉलेज छछरौली के प्राचार्य एवं जिला उच्च शिक्षा अधिकारी एसपी गिरोत्रा ने बताया कि देर शाम डीएचई ने विषयों को बंद नहीं करने का आदेश वापस लेने का पत्र जारी किया है। यमुनानगर के दो कॉलेजों में बंद होने थे विषय :

राजकीय कॉलेज छछरौली में इस साल जियोग्राफी में 4, बोटनी में 20 व जूलोजी में 20 छात्रों ने दाखिला लिया था। इसलिए डीएचई ने जियोग्राफी को बंद करने का आदेश दिया था। इसी तरह राजकीय कॉलेज अहड़वाला में गणित में 5 दाखिले होने के पर इसे बंद कर दिया था। इसी तरह राजकीय कॉलेज अंबाला कैंट में म्यूजिक, नारायणगढ़ में म्यूजिक, फरीदाबाद में केमिस्ट्री हानर्स, रतिया में गणित, फिजिकल, केमिस्ट्री, जूलोजी, बोटनी, गुरुग्राम के रिथोज में गणित, फारूखनगर में गणित, झज्जर के दुबलदान में संस्कृत, बहादुरगढ़ में गणित, जस्सोर खेड़ी में कामर्स, जींद के जुलाना में बीएससी नॉन मेडिकल, जींद में पीजीडीसीए, कैथल के कलायत में गणित, करनाल के असंध में गणित, राजकीय महिला कॉलेज करनाल में संस्कृत, राजकीय कॉलेज करनाल में पंजाबी, घरौंदा में बीएससी नॉन मेडिकल, जियोग्राफी व गणित, कुरुक्षेत्र के चामूकलां व महेंद्रगढ़ के कृष्ण नगर में गणित, अटेली में इकोनोमिक्स, पलवल में गणित विषयों को बंद कर दिया था। इसी तरह पंचकूला में एंथ्रोपोलोजी, डिप्लोमा इंन ट्रांसलेशन, इंडस्ट्री माइक्रोबायोलॉजी, बरवाला में बीएससी नॉन मेडिकल, बीसीए, पंजाबी, हेल्थ एंड फिजिकल एजुकेशन, गणित, पंचकूला सेक्टर-14 में एमएससी होमसाइंस, गणित, कालका में संस्कृत, होमसाइंस (फेशन डिजाइनिग), कंप्यूटर साइंस, पानीपत के मदलौंदा में गणित अटैच विद बीएससी (नॉन मेडिकल), रेवाड़ी के बावल में एमए हिदी, गुरावाड़ा में इकोनोमिक्स, कोसली में इकोनोमिक्स, महिला कॉलेज रेवाड़ी से बीसीए, रोहतक के लखन माजरा में कंप्यूटर साइंस, मोखरा में इकोनोमिक्स व गणित, सिरसा के रानिया में नॉन मेडिकल, कलांवाली में गणित विषय को बंद कर दिया था।


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