बजट के फेर में फंसा शहर का विकास, 20 करोड़ के सीएम घोषणा के काम अटके, ठेकेदारों ने किए हाथ खड़े
जागरण संवाददाता यमुनानगर बजट की कमी के चलते ट्विन सिटी का विकास एक बार फिर रूक गया है। पहले ये काम लॉकडाउन के कारण रुके थे लेकिन अब बजट के फेर में फंस गए हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
बजट की कमी के चलते ट्विन सिटी का विकास एक बार फिर रूक गया है। पहले ये काम लॉकडाउन के कारण रुके थे, लेकिन अब बजट के फेर में फंस गए हैं। यमुनानगर व जगाधरी में करीब 20 करोड़ रुपये की लागत से होने वाले काम रूके पड़े हैं। पेमेंट न होने के कारण अब ठेकेदारों ने हाथ खड़े कर दिए। इनमें अधिकांश काम सड़कों के निर्माण व पानी की निकासी से जुड़े हुए हैं। निगम के बजट पर सरकार की कैंची चलने से अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ी हैं। इनसेट
ट्विन सिटी में ये मुख्य काम रूके
यमुनानगर में बस स्टैंड से वाया फव्वारा चौक रेलवे स्टेशन तक करीब चार करोड़ रुपये की लागत से सड़क के चौड़ीकरण का काम अधर में हैं। करीब दो करोड़ रुपये की लागत से मॉडल टाउन की सड़कों की मरम्मत का काम और करीब चार करोड़ रुपये की लागत से गोविदपुरी रोड पर नाले का निर्माण भी इन दिनों अधर में है। वार्ड-12 में 90 लाख रुपये की लागत से सड़क का निर्माण का काम भी रुका हुआ है।
- सेक्टर-17 में मकान नंबर- 948 से लेकर 1133, 1134 से लेकर 1462 तक, 1463 से 1969 तक, 1970 से 2483 तक सभी सड़कों के निर्माण का काम अटक गया है। जिदल मार्केट के सामने टाइलिग का काम भी अटक गया है। झंडा चौक से बिलासपुर रोड, सिविल लाइन रोड सहित अन्य कई काम सीएम अनाउंसमेंट के तहत होना है।
- वार्ड 5 में पानी की निकासी से जुड़े दो बड़े काम सीएम अनाउंसमेंट के तहत होने हैं। इनमें 47 लाख रुपये की लागत से पुलिस चौकी से बूड़यिा चौक तक नाला व 36 लाख रुपये की लागत से वाल्मिकी बस्ती से मटका चौक वाया रामलीला ग्राउंड नाले का निर्माण होना है। - वार्ड तीन में हनुमान गेट से शांति कॉलोनी तक सड़क व नाले का निर्माण, प्रकाश चौक से हरियाणा इंजीनियरिग कॉलेज तक नाले व बरम को पक्का करने का काम, उधमगढ़ में नाले व सड़क निर्माण का काम, तेलीपुरा व राधाकृष्ण कॉलोनी में सड़क व नाले निर्माण के काम नहीं हो रहे हैं। इन कार्यों के अलावा गलियों- नालियों के निर्माण के अन्य कार्य भी रुके हुए हैं। :::::::::::::::
यहा हर दिन लगता जाम
जिन कामों से संबंधित पेमेंट रुकी हैं, वे सीएम अनाउंसमेंट के तहत हो रहे हैं। इनमें जगाधरी के मटका चौक से लेकर सेक्टर-17 तक सड़क का निर्माण भी शामिल है। लंबे इंतजार के बाद इस सड़क के निर्माण का काम शुरू हुआ था। यह जगाधरी की प्रमुख सड़क हैं। इस पर तीन बड़े शिक्षण संस्थान भी हैं। यह सड़क मटका चौक से शुरू होकर सेक्टर-17 में प्रवेश करती है। इन दिनों काम बंद होने के कारण आवागमन के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां हर दिन जाम लगता है। आसपास के दुकानदार भी परेशान हैं। :::::::::::::::
विभागीय सूत्रों के मुताबिक डेढ़ साल से नगर निगम को सरकार की ओर से कोई ग्रांट नहीं मिली है। दूसरे प्रोजेक्ट के लिए आया बजट ही यूज किया जा रहा है। नगर निगम का भवन बनाने के लिए आई ग्रांट का इस्तेमाल भी अन्य कार्यों के लिए किया जा रहा है। ::::::::::::::
वार्ड नंबर-7 से पार्षद राम आसरा का कहना है कि उनके वार्ड में ना के बराबर काम हुए हैं। सेक्टर-17 पॉश एरिया होने के बावजूद यहां की सड़कों की मरम्मत तक नहीं हो पा रही है। अब काम रुकने से और भी समस्या बढ़ जाएगी। वार्ड-5 से पार्षद विनय कांबोज का कहना है कि उनके वार्ड में पानी की निकासी के दो बड़े काम अधर में लटके पड़े हैं। वार्ड तीन से पार्षद हरमीन कौर कोहली का कहना है कि सीएम घोषणाओं के पांच करोड़ रुपये के काम अधर में हैं। :::::::::::
बजट की कमी का असर सीएम घोषणा के कार्यों पर पड़ा है, लेकिन हम मैनेज कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि जल्द से जल्द काम शुरू हों, इसके लिए ठेकेदारों को निर्देश दिए गए हैं।
धर्मवीर सिंह, कमिश्नर, नगर निगम।