विभाग ने राइस मिलों को दी क्लीन चिट, अब पुलिस ने शुरू की जांच
बिहार से सात ट्रकों में आए चावलों का मामला अभी सुलझा नहीं है। जिन राइस मिलों में यह चावल आया। उनकी फिजिकल वेरिफिकेशन हो चुकी है। जिसमें कोई अनियमितता नहीं मिलने का दावा विभागीय अधिकारी कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
बिहार से सात ट्रकों में आए चावलों का मामला अभी सुलझा नहीं है। जिन राइस मिलों में यह चावल आया। उनकी फिजिकल वेरिफिकेशन हो चुकी है। जिसमें कोई अनियमितता नहीं मिलने का दावा विभागीय अधिकारी कर रहे हैं। इस मामले में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने भी अपनी रिपोर्ट पुलिस को भेज दी है, लेकिन अभी मामले में दर्ज केस को कैंसिल नहीं किया जाएगा। पुलिस अब इन दस्तावेजों के आधार पर जांच कर रही है। जगाधरी शहर थाना प्रभारी राकेश राणा ने बताया कि उनके पास राइस मिलों को क्लीन चिट दिए जाने का पत्र आ चुका है। अभी हम अपने स्तर से इन बिलों की जांच कर रहे हैं। जांच में जो भी तथ्य आएंगे। उसके आधार पर ही आगामी कार्रवाई होगी।
23 नवंबर को ओम राइस मिल जगाधरी व शिव शंकर राइस मिल पाबनी रोड में धान की फिजिकल वेरिफिकेशन का काम पूरा हो गया था। ओम राइस मिल को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा दिए गए सरकारी धान में 42 क्विटल धान कम मिला है। जबकि हैफेड अधिकारियों का कहना है कि उनका स्टाक भी शिव शंकर राइस मिल में पूरा मिला है। वेरिफिकेशन करने वाली टीमों ने अपनी रिपोर्ट विभाग व थाने में सौंप दी है। हैफेड के डीएम ने इस संबंध में पत्र भी पुलिस को लिख दिया है कि वह अपने स्तर से जांच कर लें। हमारी ओर से रिपोर्ट में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है। ओम राइस मिल के दो ट्रकों को पुलिस ने छोड़ दिया, लेकिन शिव शंकर राइस मिल के ट्रक अभी पुलिस के कब्जे में है। शिव शंकर राइस मिल पर ही धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। अब पुलिस विभाग की ओर से दिए गए रिकॉर्ड का मिलान कर रही है। वहीं बताया जा रहा है कि मिलरों का इस मामले में पुलिस व प्रशासन पर काफी दबाव है। इस संबंध में वह डीसी व एसपी से भी मिल चुके हैं। जिसमें वह इस कार्रवाई को गलत बता चुके हैं।