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गन्ने के रेट में 30 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने की मांग, किसानों ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

गन्ने के रेट में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान संघ ने जिला उपायुक्त मुकुल कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ज्ञापन भेजा है। किसानों का कहना है पांच वर्षो में किसानों की दशा और भी दयनीय हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 07:10 AM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 07:10 AM (IST)
गन्ने के रेट में 30 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने की मांग, किसानों ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन
गन्ने के रेट में 30 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाने की मांग, किसानों ने उपायुक्त को सौंपा ज्ञापन

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गन्ने के रेट में 30 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी किए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर भारतीय किसान संघ ने जिला उपायुक्त मुकुल कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल को ज्ञापन भेजा है। किसानों का कहना है पांच वर्षो में किसानों की दशा और भी दयनीय हो गई है। यदि किसानों के प्रति सरकार का यही रवैया रहा तो पिछली सरकारों के तरह इस सरकार को भी किसान उखाड़ फेंकने का काम करेंगे। किसानों ने धान की खरीद में घोटाले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।

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भारतीय किसान संघ के प्रदेश मंत्री रामबीर चौहान, जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार खानपुर, प्रदेश प्रेस प्रवक्ता विकास राणा और प्रदेश उपाध्यक्ष रतन सिंह देवधर ने कहा कि सरकार हर रोज नए-नए तुगलकी फरमान जारी कर रही है। हाल में सरकार ने फसल बीमा योजना में बदलाव कर किसानों के साथ धोखा किया है। पूरे गांव में जलभराव होने गई पर ही किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ मिलेगा जोकि सरासर गलत है। भारतीय किसान संघ इसका कड़ा विरोध करता है और सरकार से मांग करता है की इस योजना पर पुनर्विचार किया जाए। पराली जलाने पर जिन किसानों पर केस दर्ज हुए हैं, वह केस वापस लिए जाएं और जुर्माना माफ किया जाए। अगर सरकार किसानों के ऊपर किए गए केस वापस नहीं लेती तो किसान सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेंगे ।

भारतीय किसान संघ के प्रदेश के संरक्षक पंडित लक्ष्मीचंद ने कहा पिछले वर्ष से इस वर्ष गन्ने की लागत 30 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ गई है। इसलिए गन्ने का भाव 370 रुपये प्रति क्विटल किया जाए, ताकि किसानों के आर्थिक नुकसान की पूर्ति हो सके। उन्होंने कहा की जब से भाजपा सरकार हरियाणा राज्य में आई है तब से गन्ना किसानों की दुर्गति हो रही है। न तो सरकार समय पर रेट की घोषणा करती है और ना समय पर मिल चलते हैं। इन दोनों पहलुओं पर सरकार किसानों के प्रति संवेदनहीनता का परिचय दे रही है। 10 दिसंबर तक गन्ने का भाव बढ़ोतरी के साथ घोषित नहीं किया गया तो भारतीय किसान संघ बड़े आंदोलन का ऐलान करेगा। मौके पर मोकम सिंह जिला उपाध्यक्ष, सुरेश कनालसी जिला उपाध्यक्ष ,राजकुमार खजूरी जिला उपाध्यक्ष, नीरज गोस्वामी जिला मंत्री, प्रदुमन सिंह, रुकुम पाल सिंह, पवन राणा, मदन भगत आदि उपस्थित थे।


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